इंसानियत के लिए योगी ने भुला दी थी खुद की तकलीफ

देहरादून। यह वर्ष 1993 का कोटद्वार से जुड़ा वाक्या है। कोटद्वार की हिंदू पंचायती धर्मशाला में विद्यार्थी परिषद का शिविर चल रहा था। यह शिविर का आखिरी दिन था। सब कुछ अच्छेे से निबट ही गया था कि शिविर में शामिल होने वाले छात्र एक-एक करके बीमार पड़ने लगे। फूड प्वाइजनिंग की शिकायत ने शिविर … Continue reading इंसानियत के लिए योगी ने भुला दी थी खुद की तकलीफ