मंदिर के दीवारो के
मुख्य द्वार के
बगल मे
एक लौह के फेनसिंग है,
जिसमे मौली से
बँधे हुये है,
अनेक लोगो के
मन्नत के धागे..
एक धागा
कहता है,
एक गाथा,
एक अधूरी इच्छा,
एक अधूरी कहानी,
एक न मुकम्मल
हो पायी
जिन्दगी की रवानी I
हाँ, बँधे है,
सभी के
कुछ खास एहसास,
भर कर
पूरी आस्था व विश्वास
की पूर्ण हो जायेगे वो..
ईश्वर भक्ति मे
क्या अद्भूत शक्ति है
मौली के धागे बाँध
अमीर गरीब,
सुखी दुखी,
स्त्री पुरूष,
देशी परदेशी,
सब ले जाते हैं,
अपनी मन्नत
पूरी होने की आस..।
-कंचन अपराजिता