Desh| प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘साबरमती रिपोर्ट’ पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि झूठ का कथानक थोड़े समय के लिए ही रहता है और आखिरकार तथ्य एक दिन सबके सामने आ ही जाते हैं उन्होंने कहा कि फिल्म ने सत्य को सामने लाया है और लोगों की भाषा में इसे समझाने की कोशिश की है।

सोशल मीडिया पर आलोक भट्ट ने अपने एक पोस्ट में फिल्म के बारे में कहा कि यह फिल्म इंग्लिश और हिंदी पत्रकारों के बीच के अंतर को समझती है। उन्होंने लिखा कि यह फिल्म उन 59 निर्दोष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए एक उपयुक्त श्रद्धांजलि है जिन्हें हमने उस फरवरी की सुबह खो दिया था।

फिल्म ने एक बड़े मुद्दे पर आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत बताई है कि कैसे साबरमती एक्सप्रेस के यात्रियों को जलाकर मार डालने की घटना को एक निहित स्वार्थी समूह ने राजनीतिक बारूदी सुरंग में बदल दिया। उनके पारिस्थितिकी तंत्र ने अपने तुच्छ एजेंडे को संतुष्ट करने के लिए एक के बाद एक झूठ फैलाए।

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