अब हर साल होंगे ग्रामीण खेल, ग्रामीण की तर्ज पर होंगे शहरी ओलंपिक खेल

जोधपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को जोधपुर में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक-2022 के उद्घाटन के अवसर पर राज्य में खेलों का माहौल बनाने व खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए शहरी ओलंपिक खेल के आयोजन की घोषणा की। उन्होंने ग्रामीण अंचल में खेलों के प्रति रूचि बनाए रखने के लिए ग्रामीण ओलंपिक खेलों को हर वर्ष आयोजित करने का भी ऐलान किया। राजस्थान में खेलों के महाकुंभ के रूप में राष्ट्रीय खेल दिवस पर पहली बार आयोजित राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक-2022 का राज्यस्तरीय शुभारंभ जोधपुर से हुआ। मुख्यमंत्री ने सोमवार को लूणी पंचायत समिति अन्तर्गत पाल गांव के पशु मेला मैदान में आयोजित भव्य समारोह में इन खेलों का उद्घाटन किया।

खेलों के महाकुंभ

गहलोत ने खेल ध्वजारोहण किया और मार्च पास्ट की सलामी लेकर वहां उपस्थित जन समूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि खेलों के इस महाकुंभ में हर आयु और वर्ग का व्यक्ति अपनी खेल प्रतिभा से रूबरू करा रहा है। इस दौरान राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल-2022 की मशाल सीएम द्वारा खिलाड़ियों को सौंपी गई। सीएम ने कहा कि हमारा ‘खेलेगा राजस्थान, जीतेगा राजस्थान’ का लक्ष्य आज पूरा होता दिख रहा है। यहां न कोई हार है, न कोई जीत। उन्होंने कहा कि खेलों के माध्यम से स्वास्थ्य व व्यक्तित्व के साथ ही मानवीय गुणों का भी विकास होता है जिससे सामाजिक विकास और कल्याण को नई दिशा प्राप्त होती है।

सीएम ने कहा कि खेलों से खेल भावनाओं का विकास होगा

गहलोत ने प्रदेश में खेलों के विकास और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में नगर निकायों की सहभागिता तय करते हुए शहरी ओलंपिक खेलों के आयोजन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब ग्रामीण ओलंपिक भी हर साल होंगे ताकि लोगों में खेल भावना एवं अभ्यास का दौर निरन्तर बना रहे। सीएम ने कहा कि इन खेलों से खेल भावनाओं का विकास होगा, जिससे आपसी प्रेम, भाईचारा, सद्भावना और पारस्परिक विकास की सौहार्द्रपूर्ण सोच विकसित होगी। इन खेलों का उद्देश्य समाज और क्षेत्र में खेल भावना का संचार करना है।

बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल होगें

गहलोत ने कहा कि इन खेलों में प्रदेश की कुल 11 हजार 285 ग्राम पंचायतों में एक साथ लगभग 29 लाख 80 हजार खिलाड़ियों ने छह खेलों के लिए पंजीकरण कराया है। इनकी 2 लाख 21 हजार 55 टीमें बनी हैं जिनमें 20 लाख 37 हजार पुरुष तथा 10 लाख महिला खिलाड़ी शामिल हैं। इनमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि हाॅकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द के नाम पर हर ब्लाॅक पर स्टेडियम बनाने का बड़ा निर्णय किया है। उन्होंने पाल में स्टेडियम निर्माण कार्य को अगले बजट में लिए जाने का आश्वासन दिया और बताया कि जोधपुर जिले में 295 ग्राम पंचायतों में 30 से 50 लाख तक की धनराशि के खेल मैदान मनरेगा में स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने इस काम के लिए 11 करोड़ रुपये का जन सहयोग जुटाने के लिए सरपंचों की प्रशंसा की।

राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक -2022 में इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ियों की अधिकतम भागीदारी के लिए बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड लंदन में दर्ज होने पर इसका प्रोविजनल सर्टिफिकेट मुख्यमंत्री को प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री गहलोत उद्घाटन समारोह के दौरान मैदान में पहुंचे और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। मैदान में खिलाड़ियों के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों के साथ कबड्डी के खेल का आनंद लिया।

50 से अधिक स्टेडियम का निर्माण प्रगति पर

खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि हाॅकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द के नाम पर प्रदेश में तहसील स्तर पर स्टेडियम बन रहे हैं। इनमें से 50 से अधिक स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि युवाओं में खेल भावना के विकास से सकारात्मक परिणाम जल्द सामने आएंगे। जिला प्रभारी मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सोच को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश में किए जा रहे कार्यों के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की। राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष कृष्णा पूनियां ने हाॅकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द की जयंती से शुरू हो रहे राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर लूणी विधायक महेन्द्र विश्नोई तथा खेल विभाग के सचिव नरेश ठकराल ने प्रदेश में समग्र विकास तथा जन-जन के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों व आयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

इस आयोजन में नुक्कड नाटक का मंचन हुआ तथा खिलाड़ियों ने खेल भावना से खेलने की शपथ भी ली।

उल्लेखनीय है कि पांच अक्टूबर तक हो रहे इस ग्रामीण ओलिंपिक में हर उम्र के लोग इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। गांव के बच्चे-बच्चियां और युवक-युवतियां ही नहीं, दादा-पोते, चाचा-भतीजे, ताऊ-भतीजे, काकी-बुआ, देवरानी-जेठानी सभी खेल के मैदान पर जोर आजमाइश करते नजर आएंगे। लाखों लोग खेतों में, कच्चे मैदान में दिन-रात प्रैक्टिस करने में लगे हैं। खेलों के लिए तैयारी करते इन ग्रामीणों के साथ राजस्थान की संस्कृति और सभ्यता का भी अनूठा संगम दिख रहा है। यह खेल पहले पंचायत स्तर से शुरू होंगे और इसके बाद ब्लॉक स्तर, जिला स्तर और अंत में राज्य स्तर पर आयोजित किए जाएंगे।

हर उम्र के खिलाड़ी भाग ले सकेंगे

राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के लिए तकरीबन चालीस करोड़ रुपये का बजट तय है। खेल विभाग के साथ-साथ शिक्षा विभाग और पंचायती राज विभाग को भी इन खेलों के आयोजन से जुड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। सबसे ज्यादा 11 लाख आवेदन कबड्डी खेल से जुड़े हैं। इन खेलों में हर उम्र के खिलाड़ी भाग ले सकेंगे।

तय कार्यक्रमानुसार 29 अगस्त से ग्राम पंचायत स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं शुरू होंगी। बारह सितंबर से ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं, 22 सितंबर से जिला स्तर पर प्रतियोगिताएं और दो अक्टूबर से राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित होंगीं। राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों में कबड्डी, शूटिंग, टेनिस, क्रिकेट, वॉलीबॉल, हॉकी और खो-खो को शामिल किया गया है। इसमें सर्वाधिक 11 लाख आवेदन कबड्डी में आए हैं। 11 हजार 341 पंचायत और 352 ब्लॉक स्तर पर होने वाले इन आयोजनों के लिए ग्राम स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर पर आयोजन कमेटियों का गठन किया जा चुका हैं। पंचायत स्तर पर सरपंच इस कमेटी के संयोजक होंगे, जबकि ब्लॉक स्तर पर उपखंड अधिकारी कमेटी के संयोजक होंगे।

Show comments