पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

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बैठक में CM ने कहा कि वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद राज्य में हमलोगों ने बेहतर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कराया है। हमलोगों का उद्देश्य सिर्फ बेहतर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कराना ही नहीं है, बल्कि उसका अच्छे से मेंटेनेंस भी उतना ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पथों का बेहतर रखरखाव सुनिश्चित करें। विभाग के अभियंता पथों के निर्माण और मेंटेनेंस के लिए जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करेंगे तो बेहतर सड़कों का निर्माण होगा और सड़कें मेंटेन भी रहेंगी।

उन्होंने कहा कि बेहतर सड़क होने से लोगों का आवागमन आसान होता है। राज्य में सड़कें बेहतर हो, इसके लिये संसाधनों की जो भी आवश्यकता होगी उसे पूरा किया जायेगा। ग्रामीण कार्य विभाग बचे हुये टोलों के लिये भी पथों का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करायें ताकि उनकी सम्पर्कता सुलभ हो सके। ग्रामीण इलाकों में जिन पथों की नवीनीकरण/उन्नयनीकरण की आवश्यकता है उसका आकलन कर उस पर तेजी से काम करें।

CM ने कहा कि क्षतिग्रस्त पथों का पुनर्निर्माण कार्य भी तेजी से कराएं। मुख्यमंत्री ग्रामीण टोला संपर्क योजना तथा अन्य निर्माणाधीन पथों का निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करें। ग्रामीण पथों पर पड़ने वाले आवश्यक छूटे हुये / क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर जहां नये पुल के निर्माण की आवश्यकता है, उसे पूर्ण करें। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना की उपयोगिता को देखते हुये इसे फिर से शुरू करने का निर्देश दिया।

बैठक में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी सहित ग्रामीण कार्य विभाग के वरीय अभियंतागण उपस्थित थे।


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