समाज में अनुशासन व देशभक्ति को बढ़ाना चाहता है संघ : मोहन भागवत

Jind। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत (Sarsanghchalak Dr. Mohan Bhagwat) ने संघ में सक्रिय पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप तो सेना में रहे हैं। ऐसे में आपके अंदर अनुशासन व देशभक्ति का भाव पहले ही भरा हुआ है। संघ भी समाज में अनुशासन व देशभक्ति के भाव को बढ़ाना चाहता है।

डॉ.भागवत (Sarsanghchalak Dr. Mohan Bhagwat) ने शनिवार को गोपाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अपने तीन दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन पूर्व सैनिकों के साथ वार्ता की। डॉ. भागवत ने कहा कि देश का युवा वर्ग अनुशासित होकर अपने देश को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य करेगा। इसलिए आप संघ को और गहराई से समझ कर हरियाणा में संघ कार्य को बढ़ाने में अपना योगदान दें। इस अवसर क्षेत्र संघचालक सीताराम व्यास और प्रांत संघचालक पवन जिंदल भी मौजूद रहे। बैठक में 125 पूर्व सैनिक स्वयंसेवक मौजूद रहे।

संघ प्रमुख डॉ. भागवत (Sarsanghchalak Dr. Mohan Bhagwat) ने कहा कि संघ समाज परिवर्तन के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। संघ समाज में लोगों तक पांच विषयों को लेकर प्रबोधन करेगा। स्व का बोध अर्थात स्वदेशी, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण, सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, ये पंच परिवर्तन के कार्यों को पहुंचाने के लिए संघ प्रयासरत है। इन पंच परिवर्तन के कार्यों से ही समाज में बड़ा परिवर्तन लाया जा सकता है। स्व के बोध से नागरिक अपने कर्तव्यों के प्रति सजग होंगे।

डॉ.भागवत (Sarsanghchalak Dr. Mohan Bhagwat) ने कहा कि समाज में बढ़ती जात-पात की खाई को पाट कर सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए समाज के सभी वर्ग आपस में मिलना-बैठना, एक दूसरे के सुख-दुख में हिस्सा लेना अपने स्वभाव में लाएं। उन्होंने प्रांत से आए सभी पूर्व सैनिक स्वयंसेवकों को आह्वान किया कि गांव नगर बस्ती में चलने वाली शाखाओं से जुड़ कर आने वाले समय में हरियाणा में शाखाओं को सुदूर गांव गली तक ले जाने का कार्य करें।

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