जगन्नाथ रथ यात्रा में राज्यपाल संग मुख्यमंत्री हुए शामिल, सबकी स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की

रांची। धुर्वा के ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ मेला मंगलवार से शुरु हो गया। मेले की शुरूआत से पहले राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, रांची सांसद संजय सेठ, विधायक नवीन जायसवाल, राजेश कच्छप, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय सहित अन्य ने भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र की विधिवत पूजा-अर्चना कर झारखंड वासियों की सुख, समृद्धि, शांति, खुशहाली तथा प्रगति की प्रार्थना की।

मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य वासियों को भक्ति एवं समर्पण का पर्व रथयात्रा की बधाई एवं शुभकामनाएं इसके बाद भगवान जगरनाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथ को हाथ लगाकर खींचा भी। मौके पर रांची के डीसी राहुल कुमार सिन्हा, एसएसपी किशोर कौशल सहित कई पुलिस पदाधिकारी और जवानों के अलावे जिला प्रशासन के लोग भी सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद दिखे।

जगन्नाथपुर मेले 29 जून तक आयोजित है। राज्य सरकार (सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, झारखंड) की ओर से इस मेले के दौरान जगन्नाथ महोत्सव 2023 का आयोजन किया गया है। राज्य की स्थानीय, चर्चित लोककला का आनंद मेले परिसर में आने वालों को मिलना है। इसके लिए खास मंच बनाये गये हैं। कलाकार लोक गीत, नृत्य, सुगम संगीत, नृत्य नाटिका, मॉडर्न नागपुरी सहित अन्य विधाओं की प्रस्तुति अलग अलग समय पर देंगे। महोत्सव के जरिये राज्य की लोक कला और अन्य विधाओं को जीवंत करने का प्रयास किया गया है। पद्मश्री मुकुंद नायक, मधु मंसूरी हंसमुख के अलावे देवदास विश्वकर्मा, मनपूरन नायक, महावीर नायक जैसे कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।

जगन्नाथपुर मेले में 70 फीट ऊंचे झूले आकर्षण का केन्द्र

जगन्नाथपुर मेले में 70 फीट ऊंचे झूले के अलावे दूसरे तरहे के झूले लगे हैं. मांदर, नगाड़ा, ढाक, ढोलक भी खूब दिख रहे हैं। नगाड़ा, ढाक की खरीद में लोग खूब दिलचस्पी दिखा रहे हैं, जिसकी कीमत 2500 रुपये से लेकर 7000 रुपये तक है। 500 से 1500 रुपये की कीमत पर ढोलक खरीदे जा सकते हैं। परंपरागत मिठाईयां, बालूशाही की भी मांग है। लोहा, स्टील के बर्तन, परंपरागत औजार, घरेलू साज-सज्जा की चीजों के अलावे कपड़े और अन्य तरह की वस्तुएं भी कस्टमर्स को लुभाती दिखीं।

रांची नगर निगम ने अपनी ओर से तीन दर्जन से अधिक सिटी बसों की सेवाएं मेले के लिए मुहैया करायी हैं। शहरी क्षेत्रों से मेला स्थल तक आने जाने को इन बसों की सेवाएं ली जा सकती हैं। मेला खत्म होने तक मेला स्थल में हर बस का 10 मिनट का स्टॉपेज तय किया गया है। कचहरी से जगरनाथपुर मेला स्थल के लिए 20 रुपये का भाड़ा तय कर दिया गया है। चलंत शौचालय, साफ-सफाई, पानी टैंकर की व्यवस्था भी निगम ने मुहैया करा रखी है। ट्रैफिक और पार्किंग की व्यवस्था भी की गयी है।

Show comments