पर्चा रद्द होने पर फफक के रोने लगी ये महिला प्रत्याशी

भागलपुर। बिहार विधानसभा चुनावी दंगल में बड़े जोश के साथ नामांकन करने वाले कुछ प्रत्‍याशियों का नामांकन पर्चा रद्द हो गया। जिसको लेकर उनको बहुत निराशा हुई है। इनमें से एक भागलपुर में जन अधिकार पार्टी की प्रत्‍याशी रानी चौबे भी हैं जिनका नामांकन पर्चा रद्द कर दिया गया है। रानी चौबे को जिला कलेक्‍ट्रेट में ये बात जब पता चली तो वो वहीं फूंट-फूंट कर रो पड़ी। इसके साथ ही उन्‍होंने उनके नामांकन रद्द होने में वकील की संदिग्ध भूमिका का आरोप लगाया है।

बता दें भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) से रानी चौबे ने नामांकन कराया था। शनिवार को भागलपुर सदर सीडीओ कार्यालय में उन्हें नामांकन पर्चा रद्द होने की जानकारी मिली, वह रोने लगीं।

रानी चौबे ने कहा नामांकन प्रपत्र तैयार करनेवाले ने किसी के बहकावे में धोखा किया है। रानी चौबे ने रोते हुए वकील पर पक्षपात करने आरोप लगाते हुए कहा – मैं भले ही चुनाव नहीं लड़ पा रही लेकिन भागलपुर की जनता के लिए आगे भी सेवा करती रहूंगी। पत्रकारों से मुखातिब रानी चौबे ने कहा कि भागलपुर की दयनीय स्थिति से जनता को अवगत कराउंगी। भागलपुर की जनता के लिए हर समय तैयार रहूंगी।

मालूम हो कि भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) से रानी चौबे ने पूरे उत्साह और जोश के साथ नामांकन कराया था। नामांकन से पहले पप्पू यादव की पार्टी जाप से चुनाव लड़ने के लिए के रानी चौबे ने बूढ़ानाथ मन्दिर में विधिवत पूजा पाठ करने के बाद नामांकन पर्चा दाखिल किया था और तब उन्‍होंने कहा था भागलपुर को छलने वाला हारेगा। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दूसरे चरण के नामांकन के अंतिम दिन 22 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे. भागलपुर विधानसभा सीट से 13 और नाथनगर से नौ प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। भागलपुर सीट पर कुल 26 और नाथनगर सीट पर 26 प्रत्याशी हो गये हैं. वहीं भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) से रानी चौबे ने पूरे जोश और उत्साह के साथ नामांकन कराया था।

आपको बता दें बिहार चुनाव 2020 में ये पहला मौका नहीं है जब कोई नेता रोया है इससे पहले टिकट ना मिलने पर नाराज नेताओं की अजीब हरकतें भी की। किसी ने अन्न का त्याग कर दिया तो कोई सबके सामने आंसू बहाया। एक ऐसे ही नेता हैं पूर्वी चंपारण जिला में आने वाले रक्सौल विधानसभा सीट से आरजेडी के सुरेश यादव थे। सुरेश यादव को15 सालों राजद के लिए दिन रात एक करने के बाद भी उन्हें टिकट नहीं मिला। इस बार वह चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी में थे लेकिन रक्सौल सीट कांग्रेस के खाते में चली गई और वह बेटिकट हो गए। अब एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें वह फूट-फूटकर रोते हुए दिखाई दिए थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सुरेश यादव किस कदर दुखी हैं और अपनी बात रोते हुए कह रहे हैं। दरअसल मीडिया से वह बात कर रहे थे तो वह खुद को रोक नहीं पाए और रोने लगे।

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