delhi : केरल के बाद अब महाराष्ट्र में भी मानसून समय से पहले पहुंच गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने तय समय से पहले महाराष्ट्र में दस्तक दी है। आमतौर पर महाराष्ट्र में मानसून जून के पहले सप्ताह में पहुंचता है, लेकिन इस वर्ष मई के अंत में ही मानसून ने प्रवेश कर लिया है।
IMD की रिपोर्ट के अनुसार, मानसून की उत्तरी सीमा अब महाराष्ट्र तक पहुंच गई है और इसके कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। खासकर कोकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश होने की चेतावनी दी गई है। मुंबई और इसके आस-पास के इलाकों में भी दो दिनों के भीतर मानसूनी बारिश के शुरू होने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है, क्योंकि अरब सागर में तेज हवाएं चलने और ऊंची लहरें उठने की आशंका है। इसके साथ ही राज्य के प्रशासन को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके।
समय से पहले मानसून का आगमन किसानों के लिए राहत की खबर हो सकती है, क्योंकि इससे खरीफ की बुवाई समय पर शुरू हो सकेगी। हालांकि, अत्यधिक बारिश की स्थिति में जलभराव, ट्रैफिक जाम और अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
इस साल मानसून के रुख और प्रभाव पर मौसम विभाग लगातार नजर बनाए हुए है और समय-समय पर अपडेट जारी किए जा रहे हैं।