Jaipur: राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण के लिए महत्वपूर्ण फैसला किया है। अब प्रदेश के सभी 6204 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को मुख्य आंगनबाड़ी केंद्रों में क्रमोन्नत किया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
गहलोत ने क्रमोन्नत करने पर आने वाले अतिरिक्त वित्तीय भार के लिए कुल 56.72 करोड़ रुपये में से राज्यांश के रूप में 41.32 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी दी है। इस मंजूरी से मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बढ़ते कार्यभार को कम किया जा सकेगा। साथ ही, केन्द्रों पर आधारभूत सुविधाओं का विस्तार और विकास होगा। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में प्रदेश में कुल स्वीकृत आंगनबाड़ी केन्द्राें की संख्या 55,816 और मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या 6,204 है।
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जयपुर, 3 अक्टूबर (हि.स.)। राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण के लिए महत्वपूर्ण फैसला किया है। अब प्रदेश के सभी 6204 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को मुख्य आंगनबाड़ी केंद्रों में क्रमोन्नत किया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
गहलोत ने क्रमोन्नत करने पर आने वाले अतिरिक्त वित्तीय भार के लिए कुल 56.72 करोड़ रुपये में से राज्यांश के रूप में 41.32 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी दी है। इस मंजूरी से मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बढ़ते कार्यभार को कम किया जा सकेगा। साथ ही, केन्द्रों पर आधारभूत सुविधाओं का विस्तार और विकास होगा। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में प्रदेश में कुल स्वीकृत आंगनबाड़ी केन्द्राें की संख्या 55,816 और मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या 6,204 है।