NEW DELHI: केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (Arjun Munda) ने कहा कि आज आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना देश में एक जन आंदोलन का रूप ले चुकी है। यह योजना दुनिया की बेहतर हेल्थ केयर योजना है जिससे सुदूर क्षेत्र में रहनेवाले लोगों तक भी स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जा रही है।
ये भी पढ़ें : –किन्नौर में करंट लगने से मृत्यु मामले की होगी जांच : मुख्यमंत्री सुक्खू
बुधवार को केन्द्र सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में मीडिया से बातचीत में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की प्राथमिकताओं में स्वास्थ्य का क्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। केंद्र सरकार देश के सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है। इसी दिशा में प्रधानमंत्री ने युवाओं को फिट इंडिया आंदोलन से जोड़ा है। युवा फिट रहेंगे तो देश के विकास में भागीदारी सुनिश्चित कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहनेवाले लोगों को ध्यान में रखते हुए देश को टीबी मुक्त भारत बनाने की दिशा में भी मिशन मोड में काम शुरू किया गया है। इसके साथ हाल ही में जनजातीय मंत्रालय के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय ने सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन-2047 की शुरुआत की है। यह दुनिया का अभिनव कार्यक्रम है जो 7.5 करोड़ लोगों की आबादी को ध्यान में रख कर शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि सिकल सेल एनिमिया 1956 में देखा गया, लेकिन इसके उन्मूलन की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काम शुरू किया। अब तक इस अभियान में 90 लाख डेटा बनाए जा चुके हैं। 16 लाख लोगों को सिकल सेल एनिमिया का कैरियर पाया गया है।
अर्जुन मुंडा ने कहा कि देश में स्वास्थ्य सेवा एवं शोध संस्थानों के रूप में आज 23 एम्स हैं, जिसमें से तीन निर्माणाधीन हैं। उसे भी जल्दी पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत कार्ड बनाने के साथ आज 1.37 लाख से अधिक जन आरोग्य मंदिर हैं जहां विकसित भारत संकल्प यात्रा अभियान के तहत लोगों के स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की जा रही है। लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं जिससे वे साल में पांच लाख तक की स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। कोरोना के नये वेयरियंट को लेकर उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री बुधवार को सभी राज्यों के साथ बैठक कर रहे हैं लेकिन लोगों को भी सजग रहने की आवश्यकता है।