Chandigarh। हरियाणा सरकार (Haryana Government) के मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय (Media Secretary Praveen Athreya) ने हुड्डा पिता पुत्र पर तंज़ कसते हुए कहा कि हुड्डा पिता-पुत्र के मुंह से नौकरियों की बात हास्यास्पद लगती है। क्योंकि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस सरकार के दौरान सरकारी नौकरियों की बंदरबांट हुईं थीं। भुपेंद्र हुड्डा के कार्यकाल में नौकरी देने के मामले में हुई अनियमितता के कारण 13 के गरीब नौकरियां माननीय कोर्ट ने रद्द कर दी थी।
प्रवीण आत्रेय ने कहा कि प्रदेश का युवा नौकरियों के मामले में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को हरियाणा प्रदेश के इतिहास के काला अध्याय के रूप में देखता है। क्योंकि 2004-2014 के दौरान गरीब और योग्य युवाओं के हक को सत्ता के चहेतों को दिया जाता था। गरीब और वंचित समाज के युवाओं को योग्यता होने के बावजूद नौकरी नहीं मिलती थी। नियमों से छेड़छाड़ कर सत्ता के चहेतों को सरकारी नौकरियां दी जाती थी।
प्रवीण आत्रेय (Media Secretary Praveen Athreya) ने कहा कि आज़ मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Chief Minister Manohar Lal) ने गरीब और वंचित समाज के युवाओं को योग्यता के अनुसार पारदर्शी तरीके से नौकरियां देकर एक मिसाल कायम की है।
मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय (Media Secretary Praveen Athreya) ने हरियाणा सरकार की रोजगार सम्बंधित योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Chief Minister Manohar Lal) ने सरकारी नौकरियों के साथ ही निजी क्षेत्र और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं शुरू की है। हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं के कारण आज़ हरियाणा में बेरोज़गारी दर कम हुई है। PLFS की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा में बेरोज़गारी का आंकड़ा 5.2% रहा जो राष्ट्रीय स्तर पर 6.6% है। इस आंकड़े का महत्व तब ओर बढ़ जाता है जब हम श्रम और रोजगार मंत्रालय की रोजगार सम्बंधी 2012-13 की सर्वे रिपोर्ट देखते हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा में 15 से 29 साल के युवाओं में बेरोज़गारी 12.3% थी। इस रिपोर्ट अनुसार राष्ट्रीय दर 13.3% थी।
मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय (Media Secretary Praveen Athreya) ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Chief Minister Manohar Lal) के कार्यकाल में सरकारी पक्की नौकरियां लगभग 1,20,000 के साथ निजी उधोगों में लगभग 1906000, सक्षम युवा योजना में लगभग 1,76,423, सक्षम सारथी योजना में लगभग 50,000 अंत्योदय उत्थान मेलें में 50,000 और रोजगार मेलें 31000 के लगभग युवाओं को रोजगार मिला।