दिल्ली: आप आदमी पार्टी (AAP) की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ED ने बड़ी कार्रवाई की। ED ने मनी लॉन्ड्रिंग(Money Laundering) के मामले की जांच के तहत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejrival) के निजी सचिव बिभव कुमार और AAP से जुड़े लोगों के परिसरों की तलाशी ली। ED के अधिकारी, बिभव कुमार और दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व सदस्य शलभ कुमार, AAP राज्यसभा सदस्य और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एन डी गुप्ता के कार्यालय के अलावा कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर छापेमारी की है।
बता दें कि, ED ने AAP नेताओं के 12 ठिकानों पर तलाशी ली है। लेकिन, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ, क्या यह तलाशी मनी लॉन्ड्रिंग संबंधी जारी मौजूदा जांच के संबंध में है या किसी नए मामले से जुड़ी है। यह कार्रवाई तब हुई, जब कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा था कि, वह एजेंसी को लेकर एक बड़ा खुलासा करेंगी। ED की रेड(raid) के बाद AAP नेता और कैबिनेट मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि, यह किसी घोटाले की जांच नहीं हो रही, बल्कि जांच में ही घोटाला है। जो भी उनके अधिकारी और संस्थान के खिलाफ गलत आरोप लगा रहे है और अफवाह फैला रहे है उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। यह भी जानें:
AAP को डराने के लिए हो रही रेड:
आतिशी ने कहा, ‘ED का बहुत बड़ा खुलासा करने वाली थी, जिसकी वजह से सुबह 7 बजे से ही AAP के नेताओं के घर रेड शुरू हो गई है, कई और नेताओं के घर रेड होने वाली है। BJP अपने एजेंसियों के माध्यम से डराने और धमकाने की कोशिश कर रही है।
एक रुपये की रिकवरी नहीं कर पाई ED:
उन्होंने कहा कि, 2 साल की जांच में अभी तक ED को कुछ नहीं मिला है। एक रुपये की रिकवरी नहीं कर पाई है। कोर्ट(court) ने बार-बार पूछा कि, सबूत सामने रखो। कई गवाहों को सरकारी गवाह बना कर पेश किया गया। सारी स्टेमेंट फर्जी हैं। गवाहों को डरा-धमकाकर स्टेटमेंट दिलवाया गया है। जैसे, आपकी बैटी कैसे स्कूल जाएगी. एक से कहा कि आपकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा एक को जोर का थप्पड़ मारा गया।
ED ने स्टेटमेंट का ऑडियो डिलीट किया:
सुप्रीम कोर्ट(SC) ने कहा था कि, गवाहों के स्टेटमेंट सीसीटीवी(CCTV) के सामने दर्ज किए जाने चाहिए। ED ने जब गवाहों की गवाली ली गई, तब इस प्रक्रिया में एक CCTV कैमरा लगा हुआ था। ED ने CCTV का ऑडियो डिलीट कर दिया।
घोटाले में जांच नहीं, बल्कि जांच में ही घोटाला है:
ED की जांच में ही घोटाला है। ऑडियो(audio) डिलीट करके ED किसको बचाना चाहती है। कोर्ट के समक्ष सभी जांच की ऑडियो रखे। अगर ऑडियो और वीडियो(video) ED देश और कोर्ट के सामने नहीं रख पाती, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।