उज्जैन: दुनिया की पहली वैदिक घड़ी का प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण के बाद देश के बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों पर भी इसे लगाने की योजना है। आज घड़ी के एप का प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लोकार्पण करेंगे। इसके बाद इसे हर कोई अपने मोबाइल पर भी डाउनलोड कर सकेगा। आने वाले समय में इसे स्मार्ट वॉच का रूप देने की तैयारी है, जो लोगों को बताएगी कि कौनसा काम कब करना है।
वैदिक घड़ी का एप्लिकेशन (एप) बनाने वाले इंजीनियर आरोह श्रीवास्तव ने बताया कालगणना का केंद्र माने जाने वाले उज्जैन के महाकाल मंदिर सहित देश के सभी ज्योतिर्लिंग मंदिरों और चार धाम पर भी यह घड़ी लगाने की योजना है। इसके लिए वे मंदिर समितियों को प्रस्ताव देंगे। महाकाल मंदिर प्रशासन इस प्रस्ताव पर वैदिक घड़ी के लोकार्पण पश्चात कोई निर्णय लेगा।
श्रीवास्तव ने बताया गुरुवार को ही वैदिक घड़ी के एप का लोकार्पण भी किया जाएगा। इसके बाद इसमें और नए ज्योतिषीय महत्व के फंक्शन जोड़े जाएंगे। इसे स्मार्ट वॉच बनाने की योजना है, जिससे लोग यह पता कर सकेंगे कि कौनसा शुभ काम कब करना है।
लोकल टाइम सर्वर से जोड़ा:
इंजीनियर श्रीवास्तव ने बताया जीवाजी वेधशाला में लगाई गई घड़ी को लोकल सर्वर से जोड़ा गया है। इससे यह घड़ी वैदिक समय के साथ साथ ग्रीनविच टाइम, मौसम, शुभ मुहूर्त आदि भी बताएगी।
प्रस्ताव पर करेंगे विचार:
इस संबंध में चर्चा करने पर कलेक्टर निरज कुमार सिंह ने कहा कि पहली वैदिक घड़ी का आज प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण के बाद महाकाल मंदिर के पास या परिसर में भी वैदिक घड़ी लगाने के प्रस्ताव पर विचार कर कोई निर्णय लेंगे।