रायपुर: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल 12वीं बोर्ड की परीक्षा एक मार्च से शुरू हो रही है। वहीं, 10वीं की परीक्षा दो मार्च से शुरू होगी।दोनों ही कक्षाओं की परीक्षा में 5.97 लाख स्टूडेंट्स शामिल हो रहे हैं।
माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वीके गोयल ने बताया कि इस परीक्षा में कैलकुलेटर, मोबाइल, स्मार्ट वॉच ले जाना बैन है। सिर्फ मैनुअल साधारण घड़ी बच्चे अपने साथ रख सकते हैं। किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भीतर नहीं ले जाया जा सकता।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार से कक्षा 12वीं और शनिवार से 10वीं बोर्ड की शुरू हो रही परीक्षाओं में शामिल हो रहे विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा- मुझे विश्वास है कि आप सभी ने अच्छी तैयारी की होगी और आपका परीक्षा फल भी अच्छा रहेगा।
12वीं बोर्ड की परीक्षा 23 मार्च तक चलेगी।वहीं 10वीं बोर्ड की परीक्षा 21 मार्च तक चलेगी। इस बार 10वीं में तीन लाख 45 हजार और 12वीं के दो लाख 61 हजार परीक्षार्थी शामिल हैं। सचिव वीके गोयल ने बताया कि प्रदेश में 180 अति संवेदनशील केंद्र हैं। इनमें कांकेर में सबसे अधिक 45 और गरियाबंद में सबसे कम 10 संवेदनशील केंद्र बनाए गए हैं। कुल 2,475 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
मुख्यमंत्री साय ने अपने संदेश में कहा कि आप सभी भय और तनाव से मुक्त होकर परीक्षा में शामिल हों और अपना स्वाभाविक प्रदर्शन करें। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा‘ के दौरान बच्चों को दिए सुझावों का जिक्र करते हुए कहा कि इससे विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ा है, विद्यार्थी उनके टिप्स को जरूर अपनाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके परिश्रम से परिणाम निर्धारित होते हैं। सालभर आपने जो पढ़ाई और मेहनत की है, उसका अच्छा परिणाम आप सभी को मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्वारा एक बड़ा निर्णय लिया गया है। इस निर्णय अनुसार एक शैक्षणिक सत्र में दो बार बोर्ड की परीक्षाएं होंगी। इन दोनों ही परीक्षाओं में विद्यार्थियों को जिसमें ज्यादा अंक मिलेगा, उसके आधार पर परीक्षा परिणाम तैयार होगा।
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष मनोज पिंगुआ ने कहा, बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी पूरी कर ली है। सभी जिलों के कलेक्टरों, डीईओ को आवश्यक निर्देश पहले ही मिल चुके हैं। सभी परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं।
माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वीके गोयल ने बताया कि परीक्षा के लिए सभी तैयारी कर ली गई है। नकल रोकने के लिए विशेष तौर उड़नदस्ता टीम तैयार की गई है। बड़े अधिकारी भी सीसीटीवी कैमरे से निगरानी भी रखेंगे।