सिरसा: बहुप्रतीक्षित जिला सिरसा की धिंगतानिया खरीफ चैनल एवं सलारपुर-भंबूर खरीफ चैनल मामले पर गंभीरता दिखाते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसके निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर किसानों को बड़ी राहत दी है।
मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सलाहकार व भाजपा राष्ट्रीय परिषद के सदस्य जगदीश चोपड़ा व भाजपा जिलाध्यक्ष निताशा सिहाग के नेतृत्व में किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक मुख्यमंत्री आवास चंडीगढ़ पर हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, सिंचाई विभाग में मुख्यमंत्री के सलाहकार देवेन्द्र सिंह एवं सिंचाई विभाग के प्रमुख मुख्य अभियंता सहित सरदार हीरा सिंह के अलावा किसानों के नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद रहा। अमन चोपड़ा, प्रमोद कंबोज, अमर सिंह घोटिया, तरसेम सामा, राजेश जलंधरा भी बैठक में शामिल रहे।
चोपड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री घोषणा के अनुरूप धिंगतानियां खरीफ के लिए 54 करोड़ व सलारपुर-भंबूर खरीफ चैनल के लिए 12 करोड़ रुपये की राशि जारी करने की घोषणा की थी, लेकिन तकनीकी कारणों से यह योजना समय पर सिरे नहीं चढ़ पाई। चोपड़ा ने बताया कि बात न बनने पर उन्होंने नवनियुक्त मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पूरा मामला बताया। जिसपर तुरंत प्रभाव से सुनवाई करते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत का न्यौता दिया। मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में गहन विचार-विमर्श उपरांत मुख्यमंत्री ने किसानों की मांगों के अनुरूप कार्य योजना पर सहमति प्रकट कर उपस्थित अधिकारियों को तत्काल स्वीकृत कार्ययोजना को कार्यान्वयन करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार हमेशा ही किसानों की हितैषी रही है और किसानों के लिए अनेक योजनाएं चलाकर किसानों को राहत पहुंचाने का काम किया है। किसानों के प्रतिनिधिमंडल में गांव सलारपुर से भूपिंद्र सिंह, गांव नटार से हीरासिंह, गांव शहीदांवाली से अशोक कुमार, गांव धिंगतानियां से ओमप्रकाश, अलीपुर टीटूखेड़ा से जसकरणजीत सिंह, सलारपुर से विजय कुमार, चौबुर्जा से फौजा सिंह, नटार से सुरेश कुमार के शामिल रहे।