Bhopal । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रवींद्र भवन में शनिवार से “सड़क और पुल निर्माण में उभरती नवीनतम प्रवृत्तियों और तकनीकों” पर केंद्रित दो दिवसीय सेमिनार आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस सेमिनार से मध्यप्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को नई गति मिलेगी और यह आयोजन राज्य की निर्माण परियोजनाओं को और सफल बनाने में सहायक होगा। सेमीनार को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी संबोधित किया ।
यह भी पढ़े : झामुमो और कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमने जितनी प्रगति की उससे अधिक प्रगति की संभावना बनी हुई है। यहां दो दिन तक चलने वाले मंथन से विकास कार्यों के बड़े रास्ते खुलेंगे। बने बने मार्ग को तो बेहतर करना ही है इसके अलावा अन्य तरीके से भी नए मार्गों के निर्माण में सरकार पीछे नहीं रहेगी। उन्होंने केंद्रीय मंत्री गडकरी के सामने इंदौर- उज्जैन से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे मार्गों की चर्चा भी संबोधन में की। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री गडकरी ने भोपाल आने के पहले भोपाल-कानपुर हाईवे की सौगात मध्य प्रदेश को दी है। डॉ. यादव ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस दो दिवसीय सेमिनार से मध्य प्रदेश निर्धारित समय में आधारभूत ढांचों के निर्माण को सुनिश्चित करते हुए विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा। प्रदेश की उन्नति का आधार ही सड़कों का विस्तार है।
विभाग की टैगलाइन लोकनिर्माण से लोक कल्याण होनी चाहिए- राकेश सिंह
सेमिनार में लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद उन्होंने तय किया कि विभाग की टैगलाइन लोक निर्माण से लोक कल्याण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि तकनीकी क्षेत्र में नए नवाचार लागू करने का प्रयास विभाग में शुरू किया है। हमने एक लोक पथ एप बनाया है। इसकी लांचिंग मुख्यमंत्री ने की है। इसके माध्यम से पीडब्ल्यूडी की सड़कों के गड्ढे भरने का काम तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने सड़कों के निर्माण के दौरान मिट्टी की जरूरत पूरी करने के लिए लोक कल्याण सरोवर बनाने की मंशा का जिक्र भी अपने संबोधन में किया। सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गडकरी ने भोपाल आने के पहले ही करीब 8.5 हजार करोड़ के काम की सौगात मध्य प्रदेश को दिया है।
बता दें कि रविवार, 20 अक्टूबर को ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन) एग्रीमेंट्स की तैयारी व शेड्यूलिंग, एग्रीमेंट करने में ठेकेदारों और सहायक अभियंताओं की भूमिका पर विस्तृत चर्चा होगी। इसमें अनुबंधों से जुड़े विवादों और चुनौतियों के समाधान पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।