पटना। राज्य में 2800 आयुष चिकित्सकों की शीघ्र बहाली होगी। इसकी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि 60 करोड़ की राशि आयुष की दवा खरीद के लिए इस साल केंद्र सरकार देगी। वह आयुष मेडिकल एसोसिएशन (बिहार) की ओर से पटना के अधिवेशन भवन में हैनीमैन जयंती सह साईन्टीफिक सेमिनार काे संबाेधित कर रहे थे। सेमिनार के मुख्य अतिथि में उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री दिलीप जायसवाल भी थे।
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स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आयुष चिकित्सकों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके वाजिब हक और सम्मान के लिए हमेशा तत्परता से कार्य कर रही है। नतीजतन शीघ्र ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत लगभग 2,800 आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति हेतु विज्ञापन एक सप्ताह में प्रकाशित की जाएगी एवं रिक्त पदों को भर दिया जाएगा।मंगल पांडेय ने कहा कि संपूर्ण आयुष पद्धति के प्रति पिछले एक दशक में पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व कें क्रांतिकारी बदलाव आया है। पीएम मोदी ने 2014 में आयुष मंत्रालय का गठन किया, जिसके फलस्वरुप इस पद्धति के विकास के लिए अलग से फंड, योजनाएं, अस्पताल एवं अन्य व्यवस्थाओं को चमकाया गया। व्यवस्थाओं में बदलाव आया। वहीं बिहार में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आयुष चिकित्सा को नई दिशा दी गयी। आयुर्वेद, होमियोपैथ व यूनानी का तेजी से विकास हुआ। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि आयुष चिकित्सक पूरी निष्ठा से सरकारी अस्पतालों में अपनी सेवा दे रहे हैं। होमियोपैथी पद्धति भी आज ऐलोपैथ की तरह कारगर चिकित्सीय उपचार कर रहा है। इस पद्धति में सही और सटीक ईलाज हो रहा है।