गाजियाबाद: भारत को काटने-बांटने के मंसूबे पाले बैठे पाकिस्तान और बंगलादेश के दो-तीन टुकड़े हो जाने चाहिएं। ब्लूचिस्तान और सिंध तो हमारा होकर ही रहेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक डॉ. इंद्रेश कुमार ने यह बात कही। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप के ऑडिटोरियम में तीन दिवसीय अभ्यास वर्ग में वह मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए जबकि अनेक मुस्लिम धर्मगुरु, स्कॉलर एवं नामचीन लोगों ने भी अपने विचारों से कार्यक्रम को और सार्थकता प्रदान की।
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डॉ. इंद्रेश ने कहा कि दुनिया के सभी रंग एक से हैं केसरिया और सफेद। दोनों अहिंसा के रंग हैं। दोनों मानवता का संदेश देते हैं। संदेश क्या-सबके लिए प्यार और सम्मान। उन्होंने कहा कि लोग नफरतों से मुक्त रहें। वे अपने शहीदों को न भूलें। भारत ही है जो सब धर्मों को मानता है और उसका पालन करता है। 73 फिरके केवल हिंदुस्तान में ही हैं। फिर भी हम पर साम्प्रदायिकता के आरोप लगाये जाते हैं। यह शर्मनाक है। उन्होंने पाकिस्तान और उसके द्वारा फैलाये जा रहे आतंकवाद की निंदा की।
उन्होंने कहा कि आतंकी के जनाजे में कोई शामिल न हो, यह अधर्म है। हमें अपने पूर्वजों के धर्म की रक्षा करनी चाहिए। हमें कसाब नहीं, कलाम चाहिए। यज़ीद नहीं, हुसैन चाहिए। राम चाहिए, रावण नहीं। भ्ाारत में औरंगज़ेब नहीं चलेगा। हम हिंदुस्तानी हैं और रहेंगे। हमें हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद बोलने वाला मुसलमान चाहिए। तिरंगा थामने वाला मुसलमान हमें प्रिय है। डॉ. इंद्रेश ने कहा कि दुनिया को स्वयं का उदाहरण दो। जो छुआछूत मानेगा, वह भगवान नहीं हो सकता। नारी-पुरुष पूरक हैं स्पर्धा नहीं। सम्मान ममता का है ,व्यवसाय का नहीं। इसलिये महिलाएं अधिकार सम्पन्न थीं और रहेंगी। यह हम रामराज्य में देखते आये हैं।
साम्प्रदायिक एकता और सद्भाव के मामले में भारत के ब्रांड एम्बेसडर माने जाने वाले मौलाना डॉ. कल्बे रुशैद रिजवी ने कहा कि जो देश के लिए चलता है ,उसका गुलशन रात में भी महकता है। समय दुनिया की सबसे कीमती चीज है। जीने के दो रास्ते-अपने लिए या दुनिया के लिए। ख्वाहिशों पर जीने वाले या मक़सद के लिए जीने वाले। मक़सद के लिए जीने वाले हमेशा ज़िंदा रहते हैं। उन्होंने कहा कि मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के संस्थापक डॉ. अशोक कुमार गदिया गरीबों के लिए काम कर रहे हैं ,यह मकसद है। अशोक जी ने समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द्र लाने का जो संकल्प लिया है ,वह काबिलेतारीफ है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एबी सिंह ने कहा कि राम ने शबरी के बेर समरसता के लिए खाये थे। मोदी जी ने भी यही काम किया। 370 को हटाने का काम भी किया।
55 इस्लामिक देश हैं मगर इनमें समरूपता नहीं। जबकि मोदी सरकार ने 3 तलाक खत्म कर मुस्लिम समाज में समरूपता लाने का काम किया है। नेशनल उलेमा पार्लियामेंट के सचिव डॉ. गुलरेज शेख, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जमाल सिद्दीकी आदि ने भी अपने विचार प्रकट किये। तीन दिन के कार्यक्रम में शामिल होने वाले मंच के सदस्यों का प्रमाण पत्र दिये गये। अतिथियों काे अंगवस्त्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व डॉ. इंद्रेश कुमार, डॉ. अशोक कुमार गदिया, मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के स्टाफ ने मेवाड़ परिसर में पाैधरोपण किया। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशक डॉ. अलका अग्रवाल ने कार्यक्रम का संचालन किया।