लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास से ‘नमो मैराथन‘ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर युवाओं से ‘नशामुक्त भारत’ के संकल्प की ओर अग्रसर होने का आह्वान भी किया। मैराथन में बढ़ी संख्या में युवाओं ने प्रतिभाग किया। नमो मैराथन कालिदास मार्ग से शुरू होकर 1090 चौराहे पर समाप्त हुई।
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इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर से 2 अक्टूबर यानी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती तक भारतीय जनता पार्टी देश भर में ‘सेवा पखवाड़ा’ मना रही है। इस सेवा पखवाड़ा का शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश के धार से “स्वस्थ नारी, सशक्त समाज” थीम के साथ किया। प्रधानमंत्री का स्पष्ट मानना है कि यदि नारी स्वस्थ होगी तो परिवार सशक्त होगा, समाज सशक्त होगा और राष्ट्र भी सशक्त बनेगा। इसी सोच के आधार पर सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम पूरे देश में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हर जनपद में रक्तदान शिविर आयोजित कर कार्यक्रम को नई ऊंचाई प्रदान की। रक्तदान के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने देशभर में स्वच्छता अभियानों को भी गति दी। स्वास्थ्य शिविरों और स्वच्छता कार्यक्रमों के जरिए सेवा पखवाड़ा को “विकसित भारत” की संकल्पना से जोड़ते हुए आगे बढ़ाया जा रहा है।
युवा शक्ति सेवा पखवाड़ा के तहत नमो मैराथन से जुड़ रही
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के अवसर पर देशवासियों से “विकसित भारत” का संकल्प लेने और पंच प्रण के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि गुलामी के अंशों को समाप्त करना होगा, अपनी विरासत का सम्मान करना होगा, सेना व वर्दीधारी बलों के प्रति आदर रखना होगा, सामाजिक समता के निर्माण के लिए कार्य करना होगा और अपने नागरिक कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा। यही पंच प्रण भारतवासियों को विकसित भारत की यात्रा का सारथी बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की इसी प्रेरणा से उत्तर प्रदेश ने ‘विकसित भारत–विकसित उत्तर प्रदेश’ अभियान को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। अभियान को प्रदेश में युवाओं, किसानों, श्रमिकों, व्यापारियों और बुद्धिजीवियों का अपार समर्थन मिल रहा है। हर व्यक्ति अपने क्षेत्र में योगदान देने को तैयार है। आत्मनिर्भरता को विकसित होने की कुंजी बताते हुए उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर समाज स्वस्थ समाज से ही बनता है और ऐसे आयोजनों जैसे ‘नमो मैराथन’ से समाज को नई दिशा मिलती है। वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री ने देश में स्वास्थ्य और युवा कल्याण से जुड़े कई अभियानों को गति दी। विश्व योग दिवस को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली। ‘खेलो इंडिया’, ‘फिट इंडिया मूवमेंट’, ‘सांसद खेलकूद प्रतियोगिताएं’ जैसे अभियानों से युवाओं को प्रेरणा मिली। साथ ही ‘मिशन रोजगार’ के जरिए युवाओं के लिए अवसर सुनिश्चित किए गए। आज वही युवा शक्ति सेवा पखवाड़ा के तहत ‘नमो मैराथन’ से जुड़ रही है।
युवा शक्ति आगे बढ़ती है तो राष्ट्र के लिए गौरव और यदि नशे की ओर बढ़ती है तो उसका पतन
मुख्यमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा शक्ति अपार ऊर्जा का प्रतीक है। यदि यह सकारात्मक दिशा में बढ़ेगी तो राष्ट्र के लिए कल्याणकारी सिद्ध होगी, लेकिन यदि नशे की ओर मुड़ेगी तो उसका पतन निश्चित है। ‘नमो मैराथन’ के जरिए युवाओं से नशामुक्ति का आह्वान भी किया जा रहा है। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती और 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर विशेष आयोजन होंगे। इसी क्रम में नमो मैराथन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें युवा मोर्चा के कार्यकर्ता और छात्र-छात्राएं सक्रिय रूप से जुड़ रहे हैं। इस बार संयोग से 2 अक्टूबर को ही विजयादशमी भी है। यह अवसर बुराइयों को समाप्त कर एक सशक्त और समर्थ भारत की दिशा में कदम बढ़ाने का प्रतीक होगा। उन्होंने युवाओं से अनुशासन और शालीनता के साथ कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान किया और कहा कि अनुशासन ही युवा की सबसे बड़ी ताकत है।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक योगेश शुक्ला, डॉ. नीरज बोरा, ओपी श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।