मेरठ। कोरोना काल में सिर्फ चालान काट काटकर ही मेरठ की ट्रैफिक पुलिस करोड़पति बन गई। कोरोना से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दो दिन बाद से देश में लाकडाउन लागू हो गया था। इसका सख्ती से पालन कराने के लिए सड़कों पर जगह-जगह पुलिसकर्मी मुस्तैद थे। शुरुआत में इसका असर भी दिखाई दिया। अप्रैल में तो लोग घरों में रहे, लेकिन मई और उसके बाद से सड़कों पर निकलना शुरू हो गए। साथ ही वाहनों के सीज होने और चालानों की संख्या भी बढ़ती चली गई। लोगों के नहीं मानने पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने धड़ाधड़ चालान किए। मार्च से लेकर सितंबर तक ही एक लाख से ज्यादा चालान हो गए। इससे ट्रैफिक पुलिस ने करीब दो करोड़ रुपये की वसूली की। हालांकि पिछले सालों की तुलना में वसूली के ये आंकड़े कुछ कमजोर हैं। वहीं, थाना पुलिस ने भी बड़ी संख्या में लोगों के चालान किए।
सात माह में वसूला दो करोड़ रुपये शमन शुल्क : एसपी ट्रैफिक
एसपी ट्रैफिक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि कोरोना काल के दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने पूरी मुस्तैदी से ड्यूटी की है। सात माह में विभाग ने चालान से करीब दो करोड़ रुपये से ज्यादा का शमन शुल्क वसूल किया है। चालान की प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। नवंबर में यातायात माह को देखते हुए भी खास तैयारी की जा रही है।
माह दर माह इस तरह हुई वसूली
मार्च
कुल चालान 6780
सीज वाहन 9
मौके पर वसूली 484000
आनलाइन जमा 587100
कुल वसूली 1071100
—
अप्रैल
कुल चालान 10518
सीज वाहन 33
मौके पर वसूली 58100
आनलाइन जमा 287000
कुल वसूली 345100
—
मई
कुल चालान 27562
सीज वाहन 247
मौके पर वसूली 691800
आनलाइन जमा 807857
कुल वसूली 1499657
—
जून
कुल चालान 23058
सीज वाहन 78
मौके पर वसूली 620900
आनलाइन जमा 1786757
कुल वसूली 2407657
—
जुलाई
कुल चालान 22361
सीज वाहन 102
मौके पर वसूली 1947200
आनलाइन जमा 2521000
कुल वसूली 4468200
—
अगस्त
कुल चालान 13800
सीज वाहन 187
मौके पर वसूली 1701400
आनलाइन जमा 2523550
कुल वसूली 4224950
—
सितंबर
कुल चालान 15640
सीज वाहन 649
मौके पर वसूली 3557000
आनलाइन जमा 2967000
कुल वसूली 6524000