मामला चिकमगलूर जिले के तारिकेरे तालुक के एक गांव का बताया जा रहा है। जहां एक दूल्हा गर्लफ्रेंड के साथ अपनी शादी से एक रात पहले ही फरार हो गया। हालांकि, जब शादी का दिन आया और दूल्हा नहीं मिला तो शादी में शामिल हुए मेहमानों में से एक ने उसकी जगह ली और महिला ने उससे शादी कर ली।
दो भाइयों, अशोक और नवीन को रविवार के दिन एक ही स्थान पर शादी करनी थी। शनिवार को नवीन और उसकी होने वाली दुल्हन सिंधु ने तस्वीरें भी खींचवाई थी और रिश्तेदारों से आशीर्वाद भी लिया था। लेकिन, जब रविवार यानी शादी का दिन आया तो नवीन लापता हो गया।
दूल्हे को गर्लफ्रेंड ने दी थी धमकी
पता चला कि नवीन की गर्लफ्रेंड ने उसे धमकी दी थी कि वह मेहमानों के सामने जहर पीकर शादी को बर्बाद कर देगी। इसलिए नवीन शादी के हॉल से भाग गया और अपनी प्रेमिका से वादा किया कि वो उससे तुमकुरु में मिलेगा। हालांकि, तब से नवीन का कुछ पता नहीं चला है। खैर, जब शादी का दिन आया तो नवीन के भाई अशोक ने सात फेरे लिए। जबकि सिंधु का परिवार सदमे में था।
दरअसल, जैसे ही सिंधु ने अपनी फूटी किस्मत का रोना शुरू किया तो उसके परिवार के सदस्यों ने फैसला किया कि वे वेडिंग हॉल में ही उसके लिए सही दूल्हा ढूंढेंगे। चंद्रप्पा पेशे से बीएमटीसी कंडक्टर हैं, जो इस घटना के साक्षी भी थे। ऐसे में चंद्रप्पा ने इच्छा जाहिर की अगर दोनों परिवार सहमत हैं तो वह सिंधु से शादी करने को तैयार हैं। जल्दी से दोनों परिवार मिले, शादी की रस्में पूरी की और उसी दिन चंद्रू और सिंधु पति-पत्नी हो गए।