1 अप्रैल से 10 अप्रैल तक अब आप भी अपने पसंदीदा राजनीतिक पार्टी को दे सकेंगे चंदा| सरकार ने चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में हो रहे चुनावों के लिए सरकार ने इलेक्टोरल बॉन्ड की 16वीं खेप जारी करने की इजाजत दे दी है जिसकी बिक्री 1 अप्रैल से 10 अप्रैल के बीच होगी|
गौरतलब है कि इलेक्टोरल बॉन्ड के द्वारा कोई भी व्यक्ति या संस्था पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ किसी भी राजनीतिक दल को चंदा दे सकता है|
क्या होते हैं इलेक्टोरल बॉन्ड
सरकार ने साल 2018 में इस बॉन्ड की शुरुआत की थी जिससे राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता बढ़े और साफ-सुथरा धन आएगा| इसमें व्यक्ति, कॉरपोरेट और संस्थाएं बॉन्ड खरीदकर राजनीतिक दलों को चंदे के रूप में देती हैं और राजनीतिक दल इस बॉन्ड को बैंक में भुनाकर रकम हासिल करते हैं|
यह बॉन्ड साल में चार बार जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर में जारी किए जाते हैं| इसके लिए ग्राहक सिर्फ भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में जाकर या उसकी वेबसाइट पर ऑनलाइन जाकर इसे खरीद सकता है|
इस बॉन्ड के द्वारा उन राजनीतिक दलों को चंदा दिया जा सकता है जिन्होंने पिछले लोकसभा या विधानसभा चुनाव में कम से कम 1 फीसदी वोट हासिल किए हों.
इस बॉन्ड की खासियत यह है की कोई भी डोनर अपनी पहचान छुपाते हुए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से एक करोड़ रुपए तक मूल्य के इलेक्टोरल बॉन्ड्स खरीद कर अपनी पसंद के राजनीतिक दल को चंदे के रूप में दे सकता है| ये व्यवस्था दानकर्ताओं की पहचान नहीं खोलती और इसे टैक्स से भी छूट प्राप्त है|
इन शहरों में खरीदे जा सकेंगे
भारतीय स्टेट बैंक के जिन 29 ब्रांच पर इलेक्टोरल बॉन्ड हासिल किए जा सकते हैं वे इन शहरों में स्थित हैं-कोलकाता, गुवाहाटी, चेन्नई, तिरुअनंतपुरम, पटना, नई दिल्ली, चंडीगढ़, शिमला, श्रीनगर, देहरादून, गांधीनगर, भोपाल, रायपुर, मुंबई और लखनऊ|