काठमांडू| कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे नेपाल की राजनीति में उठापटक का दौर लगातार जारी है। नेपाल में गुरुवार को विपक्षी दल अगली सरकार बनाने के लिये बहुमत हासिल करने में नाकाम रहे। इसके बाद नेपाल की संसद में सबसे बड़े राजनीतिक दल के नेता के रूप में केपी शर्मा ओली फिर से देश के प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिए गए। नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने 69 वर्षीय सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष ओली को प्रधानमंत्री के रूप में फिर से नियुक्त किया।
दरअसल, अभी तीन दिन पहले ही ओली प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हार गए थे और उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। राष्ट्रपति भंडारी ने नेपाल के संविधान के अनुच्छेद 78 (3) के अनुसार प्रतिनिधि सभा में सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेता के रूप में ओली को प्रधानमंत्री के रूप में फिर से नियुक्त किया। राष्ट्रपति भंडारी शुक्रवार को शीतल निवास में एक समारोह में ओली को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी।