डोडा। बटोत में सेना के गश्ती दल पर हमला करने के बाद आतंकी एक घर में घुस गए हैं और घरवालों को बंदी बना लिया। हालांकि सुरक्षाबलों ने सतर्कता से सभी घरवालों को बिना नुकसान पहुंचाये बाहर निकाल लिया है। बताया गया है कि अब केवल एक बुजुर्ग सदस्य आतंकियों के कब्ज़े में है। सुरक्षाबल उसे भी वहां से निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
आतंकियों ने शनिवार को एक बार फिर जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर एक सैन्य गश्तीदल पर हमला किया। हमले में जवान बाल-बाल बच गए और उन्होंने उसी समय अपनी पोजीशन लेते हुए जवाबी फायर किया। जवाबी कार्रवाई पर आतंकी वहां से भाग निकले। पहले तो ये आतंकी पेड़ों की आड़ में छिपे हुए थे परंतु सुरक्षाबलों की ओर से गोलीबारी शुरू होने पर आतंकवादी अपने आप को बचाने के लिए बटोत कस्बे में विजय कुमार के घर घुस गए हैं और परिवारवालों को बंदी बना लिया है। सुरक्षाबलों ने एक बार फिर आतंकवादियों की घेराबंदी कर ली है और उन्हें आत्मसमर्पण के लिए कहा गया। घरवालों की सुरक्षा को देखते हुए फिलहाल गोलीबारी बंद रखी गई है।
सुबह यह हमला जम्मू श्रीनगर हाइवे पर बटोत से करीब नौ किलोमीटर आगे रामबन के रास्ते पर स्थित एक मंदिर के पास हुआ है। बताया जाता है कि सेना का एक गश्तीदल जो रोड ओपनिंग डयूटी पर था, सड़क की जांच कर रहा था। इसी दौरान वहां किसी जगह घात लगाए बैठे आतंकियों ने जवानों ने पर यूबीजीएल से ग्रेनेड दागते हुए हमला किया। इस हमले में हालांकि किसी जवान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। हमले के तुरंत बाद जवानों ने अपना मोर्चा सम्भालते हुए जवाबी कार्यवाही की। इस दौरान आतंकी मौके से फरार हो गए हालाकि सुरक्षाबलों ने आतंकियों का पीछा करते हुए उन्हें घेर लिया।
इस दौरान अन्य सुरक्षाबल भी मौके पर पहुंच गए और पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर ली गई। आतंकी इस समय बटोत के एक घर में घुसे हुए हैं जहां उन्होंने एक परिवार के सदस्यों को बंदी बना लिया था। सुरक्षाबलों ने एक सदस्य को छोड़कर बाकी सभी सदस्यों को आतंकियों के चंगुल से बचा लिया है। आतंकियों के कब्जे में बचा परिवार का सदस्य बुजुर्ग बताया जा रहा है और सुरक्षाबल उसे भी मौके से निकालने का प्रयास कर रहे हैं। हमलावर आतंकी दो से तीन बताए जा रहे हैं। विजय कुमार के आसपास के घरों में रहने वाले लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है।