कोलकाता। अपने बयानों की वजह से अमूमन पार्टी को मुश्किल में डालने वाली भारतीय जनता पार्टी की राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली भी राजनीति से संन्यास ले सकती हैं। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में इस बात के संकेत दिए हैं। पोस्ट में गांगुली ने कहा है कि वह राजनीति के लिए फिट नहीं है और पार्टी उन्हें निष्कासित कर सकती है।
दरअसल, कोलकाता नगर निगम चुनाव के दौरान पार्टी की पहली वर्चुअल सांगठनिक बैठक में उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को खरी-खोटी सुनाई थी। उन्होंने कहा था कि पार्टी की बैठकों में उन्हें न बुलाया जाए। इससे पहले भी वह कई बार पार्टी लाइन के विपरीत अपने विचार रख चुकी हैं।
नगर निगम मतदान से ठीक पहले एक लंबे सोशल मीडिया पोस्ट में सांसद गांगुली ने कहा कि वह एक नगण्य कार्यकर्ता हैं। पार्टी उन्हें कभी भी निकाल या निलंबित सकती है। उन्हें समझ में आ गया है कि वह राजनीतिक के लिए फिट नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह हादसे में मारे गए पार्षद तीस्ता विश्वास के परिवार के साथ हैं। उन्होंने लिखा, “मेरे पास अब होर्डिंग लगाने की क्षमता नहीं है, अगर मेरे पास होती तो मैं दोनों की तस्वीरें लटका देती और कहती- मैं तीस्ता के साथ हूं, रहूंगी।”
फेसबुक पर सांसद ने लिखा कि वह पार्टी के एक तुच्छ कार्यकर्ता हैं। बहुत सारी यादें आ रही हैं। 2015 के नगर निकाय चुनाव को लेकर खूब चर्चा हो रही है। तब मुझे काफी शारीरिक और मानसिक पीड़ा सहनी पड़ी थी। पार्टी मुझे निलंबित कर सकती है लेकिन मुझे पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर नहीं कर सकती।”