भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार, 19 जून को “आर्थिक विकास के शुभ संयोग- मध्यप्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग” पर राज्य-स्तरीय समिट का उद्घाटन करेंगे। नर्मदापुरम रोड स्थित आमेर ग्रीन्स में होने वाली इस समिट में एमएसएमई और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा तथा लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमारती देवी की विशेष उपस्थिति रहेगी। समिट में अनेक उद्योग परिसंघ के पदाधिकारी, बड़े औद्योगिक घराने, नव उद्यमी, भारत सरकार और राज्य के वरिष्ठ अधिकारी सम्मिलित होंगे। इस दौरान सफल उद्यमियों को एमएसएमई अवार्ड वितरण तथा देश की प्रतिष्ठित कंपनी और संस्थानों के बीच एम ओ यू भी होंगे।
एमएसएमई विभाग के सचिव पी. नरहरि ने रविवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में उद्यमशील संस्कृति को बढ़ावा देने और नवाचार की भावना को विकसित करने के उद्देश्य को लेकर एक दिवसीय एमपी एमएसएमई समिट-2023 की जा रही है। समिट की शुरुआत सुबह साढ़े 9 बजे से होगी और शाम साढ़े 7 बजे समापन होगा। मुख्यमंत्री चौहान समिट में बतौर मुख्य अतिथि 10.30 बजे शामिल होकर उद्योग जगत से संवाद करेंगे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सभी 52 जिला मुख्यालय पर होगा।
उन्होंने बताया कि समिट में 6 सत्र होंगे जिनसे उद्यमियों, विषय-विशेषज्ञों और युवाओं को उद्यमिता के लिए मार्गदर्शन प्राप्त होगा। सत्रों को ऐसा डिजाइन किया गया है, जिससे अलग-अलग क्षेत्रों में नई संभावनाओं पर विशेष फोकस रहे। समिट में एमएसएमई के लिए टेक्नालॉजी ट्रांसफर, न्यू एज फाइनेंस, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा, महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन और डिजिटल रूपांतरण विषयों पर विशेष सत्र होंगे।
समिट में प्रदेश भर के लगभग 1000 नव उद्यमी प्रतिभागी होंगे। बहुआयामी स्वरूप की इस समिट में नवउद्यमी, उद्योगपति, उद्योग संघ के पदाधिकारी, र्स्टाट अप से जुड़े व्यक्ति और विभिन्न विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी को प्रतिभागी बनाया गया है। वाल्मार्ट, एनएसई इंडिया और आईसेक्ट के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर भी होंगे। समिट में विगत तीन वर्षों 2018-।9, 2019-20 और 2020-21 के लिए एमपी एमएसएमई अवार्ड प्रदान किए जाएंगे।
समिट में उद्यमियों को दक्ष और हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए मौजूदा वातावरण और भविष्य की चुनौतियों के दृष्टिगत 6 विषयगत सत्र होंगे। इन सत्र में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के माध्यम से एमएसएमई का आधुनिकीकरण, एमएसएमई के लिए वित्तीय समाधान के नए आयाम, क्लस्टर विकास, एमएसएमई को परिस्थितिकी अनुरूप समर्थ बनाना और अंतर्राष्ट्रीय काम्पिटेटिवनेस बढ़ाना, उद्यमिता के माध्यम से महिला सशक्तिकरण और एमएसएमई के लिए डिजिटल परिर्वतन की आवश्यकता विषयों पर चर्चा होगी।
समिट में संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन के भारत प्रतिनिधि रेने वान बर्कल, फिक्की फ्लो की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधा शिवकुमार, कोप्पल टॉय क्लस्टर के सीईओ किशोर राव, राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कमोडोर अमित रस्तोगी (सेवानिवृत्त), भारतीय लोक प्रशासन संस्थान के महानिदेशक सुरेंद्र नाथ त्रिपाठी, लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष महेश गुप्ता, भारत सरकार के पूर्व सचिव डॉ. राजन कटोच और दलित चेम्बर्स आफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मिलिंद कामले भी शामिल होंगे। नॉलेज पार्टनर अर्नस्ट एण्ड यंग और अकादमिक पार्टनर आइआईएम इंदौर हैं। इन्वेस्ट इंडिया, एसोचेम इंडिया, सीआईआई, फिक्की, पीएचडी चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री और डिक्की भी कार्यक्रम में सहभागी हैं।
समिट को लेकर लिटिल व्यापक तैयारियाँ की गई हैं। अतिथियों के रुकने, भोजन आदि की आयोजन स्थल पर ही व्यवस्था की गई है। सभी सत्रों के लिए भी अलग-अलग स्थान निर्धारित किये गये हैं।