भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में भोपाल के होटल आमेर ग्रीन्स में आयोजित ‘मध्यप्रदेश एमएसएमई समिट 2023’ का शुभारंभ हुआ। सोमवार को मुख्यमंत्री चौहान ने आर्थिक विकास के शुभ संयोग- मध्यप्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग पर आयोजित राज्य-स्तरीय समिट का शुभारंभ किया। समिट में एमएसएमई और विज्ञान-प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, भोपाल महापौर मालती राय, अनेक उद्योग परिसंघ के पदाधिकारी, नव उद्यमी, भारत सरकार और राज्य के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने समिट में अपने उद्बोधन की शुरुआत एक दोहे से की। उन्होंने कहा कि हमने बचपन में पढ़ा था…रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजै डारि। जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि॥ छोटे उद्योग बड़े उद्योगों से अधिक रोजगार देते हैं। जो काम एमएसएमई कर सकते हैं, वे बड़े उद्योग भी नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्यमशील संस्कृति को बढ़ावा देने और नवाचार की भावना को विकसित करने में एमपी एमएसएमई समिट-2023 सहायक सिद्ध होगा। कार्यक्रम में शामिल होने वाले उद्यमियों, विषय विशेषज्ञों से प्रदेश के युवाओं को उद्यमिता के लिए मार्गदर्शन प्राप्त होगा और वे विभिन्न क्षेत्रों में नई संभावनाओं से परिचित भी हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने समिट में शामिल उद्योगपतियों से कहा कि आप सोचो उद्योगों के लिए और क्या कर सकते है। ये मत सोचो कि तीन-चार महीने में चुनाव आने वाले है, क्योंकि आगे भी हम ही आने वाले हैं। चुनाव से पहले भी हम और नई योजनाएं बनाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि मप्र में बनने वाले एक्सप्रेस के दोनों और उद्योग स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश के बासमती की सुगंध अमेरिका और कनाडा तक बिखरी हुई है।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश अब बीमारू राज्य नहीं रहा। देश की जीडीपी में मप्र का योगदान हमसे पहले 3.6 फीसदी था, जो आज बढ़कर 4.8 फीसदी हो गया है। प्रति व्यक्ति आय 11 हजार थी, आज 1 लाख 40 हजार है। उन्होंने महाकाल लोक में केबल कार चलाने की भी बात इस समिट के जरिए कही। उन्होंने कहा कि केबल कार के साथ रोप वे भी चलाया जाएगा। उन्होंने भोपाल में भी केबल कार चलाने की प्लानिंग की बात कही।