भुवनेश्वर : ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना ने पूरे देश को हिला दिया था। बहनागा बाजार स्टेशन पर दो जून को तीन ट्रेनें भिड़ी थीं। इस हादसे में अब तक 292 लोगों की जान जा चुकी है। अब भी कई अस्पताल में भर्ती हैं। मामले की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई को इस हादसे के पीछे इंसानी साजिश का अंदेशा है। सामने आया है कि दुर्घटना सिग्नलिंग सिस्टम से छेड़छाड़ के कारण हुई। इसे लेकर सीबीआई की टीम ने रेलवे सिग्नल यूनिट के एक जूनियर इंजीनियर से पूछताछ की। एक सूत्र ने कहा कि सोरो और बहनागा बाजार में सिग्नलिंग का काम करने वाला जूनियर इंजीनियर जांच के दायरे में आ गया है। उसका घर सील किया गया है और उसे हिरासत में ले लिया गया है। यह कार्रवाई सिग्नल प्रोटोकॉल में उल्लंघन मिलने के बाद की गई है। सीबीआई ने दुर्घटना के कारण के रूप में सिग्नलिंग में मानवीय हस्तक्षेप पाया है। अब सीबीआई आगे की जांच कर रही है।
सीबीआई ने 20 से अधिक रेलवे अधिकारियों से पूछताछ की है, लेकिन कनिष्ठ अभियंता के मामले में महत्वपूर्ण अंतर यह है कि सोमवार को सोरो शहर में उनके घर को तलाशी के लिए सील कर दिया गया था। एक सूत्र ने कहा कि सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम ने बंगाल के मूल निवासी जूनियर इंजीनियर के किराए के घर की तलाशी ली, उससे कई घंटों तक पूछताछ की और फिर शाम को उसे साथ लेकर गई।
बालासोर हादसे की कड़ियां जोड़ रही सीबीआई : सूत्रों ने कहा कि सीबीआई दुर्घटना के दिन जो भी हुआ उसकी कड़ियां जोड़ने की कोशिश में जुटी है। एजेंसी ने रेलवे के पर्यवेक्षी और फील्ड स्टाफ के साथ-साथ ट्रेनों को चलाने में आवश्यक उपकरणों के आपूर्तिकतार्ओं सहित कई स्टेकहोल्डर्स की पहचान करके सूची तैयार की है। बहनगा बाजार स्टेशन से जुड़े अधिकारियों को रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में रहने और आवश्यकता पड़ने पर सीबीआई और सीआरएस की पूछताछ के लिए उपलब्ध रहने के लिए कहा गया है।