Shimla। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर जिला (Kinnaur District) की सांगला घाटी में फंसे 118 पर्यटकों को वायुसेना की मदद से सुरक्षित निकालने के उपरान्त गुरुवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu) नौ अन्य पर्यटकों को अपने साथ हेलीकाप्टर में शिमला तक लेकर आए।
दरअसल मुख्यमंत्री कुल्लू, मण्डी और लाहौल-स्पिति जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के उपरान्त आज किन्नौर जिला में भारी बारिश के कारण बाढ़ग्रस्त सांगला घाटी के दौरे पर पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त थुनाग का किया दौरा, प्रभावितों को एक-एक लाख की मदद का ऐलान
सांगला घाटी में फंसे विदेशी नागरिकों ने राहत एवं बचाव अभियान के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इजरायली नागरिक सुश्री ताली तथा न्यूजीलैंड के हेलन एवं चैस्टर दंपत्ति ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रदेश के मुखिया व्यक्तिगत तौर पर बचाव अभियान में पूरी सक्रियता के साथ शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल के पर्यटकों का एक 34 सदस्यीय दल पिछले पांच दिनों से सांगला घाटी में फंसा हुआ था और हवाई सेवा के माध्यम से उन्हें चोलिंग तक पहुंचाने के लिए उन्होंने प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की। यह दल यहां से आगे चण्डीगढ़ तक की यात्रा बस से पूरी करेगा। दल की सदस्य शोनाली चटर्जी ने बताया कि सरकार तथा प्रशासन की ओर से उन्हें प्राथमिक चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई। स्थानीय लोगों से भी उन्हें भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ।
जिला किन्नौर के रक्चम गांव के पंकज नेगी का अनुभव भी कुछ ऐसा ही रहा। उन्होंने बताया कि वह गुजरात में काम करते हैं और छुट्टी मनाने के लिए घर आए थे। बारंग गांव की दारा नेगी अपने रिश्तेदारों से मिलने पहुंची थी। भारी बारिश के कारण यह दोनों यहां फंस गए और अब सुरक्षित वापसी के लिए दोनों ने स्थानीय प्रशासन व सरकार का आभार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने अपने सांगला दौरे के दौरान प्रभावितों को एक-एक लाख रुपये की त्वरित राहत प्रदान करने की घोषणा की है। इसके अतिरिक्त गृह निर्माण के लिए उन्हें तबादले पर भूमि उपलब्ध करवाने का विकल्प भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने टोंगटोंग छे नाले पर सुरक्षा दीवार के निर्माण के भी निर्देश दिए। उन्होंने प्रभावितों से संवाद के दौरान उनका कुशलक्षेम जाना और जिला प्रशासन को उन्हें आवश्यक वस्तुओं सहित हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।