Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi adityanath) ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 1,573 एएनएम (ANM) स्वास्थ्य कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामना देते हुए कहा कि आप सब उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती प्रदान करने में सहयोग करें।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पारदर्शी व निष्पक्ष तरीके से अभ्यर्थियों का चयन हो रहा है। जाति व मजहब के नाम पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं हुआ। नौकरियों में 2017 के पहले क्या स्थिति थी, आप को पता है। पिछले डेढ़ वर्ष में ये 19वां नियुक्तिपत्र कार्यक्रम है। किसी आयोग या बोर्ड में सरकार हस्तक्षेप नहीं करती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीमारू मानसिकता के लोगों ने इस प्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया था। उत्तर प्रदेश आज सक्षम प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है। आज सामूहिक प्रयास से शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश में बहुत कुछ बदला है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022-23 में 98 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। नियमित टीकाकरण से शिशु मृत्युदर में कमी आयी है।
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योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले गोरखपुर (Gorakhpur) कमिश्नरी में केवल एक गोरखपुर मेडिकल कालेज था। बिहार के भी पांच-छह जिलों के लोग वहां आते थे। एक बेड पर चार बच्चे रहते थे। गोरखपुर के आसपास के जिलों में बड़ी संख्या में इंसेफ्लाइटिस (encephalitis) से बच्चों की मौत हो जाती थी। हम सड़क से संसद तक आवाज उठाते थे, आज स्थितियां बदल गयी है। आज इंसेफ्लाइटिस को हमने पूर्ण रूप से खत्म किया, अब किसी बच्चे की मौत इंसेफ्लाइटिस से नहीं होती। इसमें हेल्थ वर्कर्स (health workers) और एएनएम का अभूतपूर्व योगदान था, एक टीम वर्क का असर था।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह (Mayankeshwar Sharan Singh) भी उपस्थित रहे।