स्वदेश संवाददाता
चरही। थाना क्षेत्र के चरही घाटी में मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे ज्वलनशील पदार्थ लोड ट्रक दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गया। दुर्घटना के बाद टैंकर में आग लग गया, जिसमे चालक जिंदा चल कर खांक हो गया जबकि उपचालक को लेकर जानकारी स्पष्ट नही हो पाई है। ट्रक में किस प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ लोड था यह स्पष्ट नही हो पाया है ।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 16 चक्का ट्रक तेज गति से हजारीबाग की ओर से आ रही थी और यूपी मोड़ में अनियंत्रित होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए सड़क के दूसरे छोर में जाकर पलट गयी। ट्रक के पलटने के बाद उसमे आग लग गयी। दुर्घटना के बाद ट्रक में लदा ज्वलनशील पदार्थ रिसाव होकर आग की लपटों के साथ काफी दूर तक फैल गया। इस बीच ट्रक में जोरदार धमाका हुआ। धमाका इतना तेज था कि काफी दूर तक सुनाई दिया और आग की लपटे करीब 100 मिटर रेडियस तक जाकर आस-पास के पेड़ पौधे को अपने चपेट में ले लिया। इनसब से चरही घाटी में अफरातफरी का माहौल बन गया। सूचना पाकर एनएचएआई और चरही पुलिस मौके पर पहुंची परंतु आग इतना भयावह था कि वे भी कुछ नही कर सके। घंटो तक धूं-धूं करके ट्रक और उसमें फंसा चालक जलता रहा। इसके बाद दमकल की गाड़ी पहुंची और घंटो प्रयास करने के बाद आग में काबू पा सकी। इस बीच करीब 2 घंटो तक यातायात बाधित रही और दोनों ओर से आने वाली गाड़ियों की लंबी कतारें लग गयी। घटना को देखने लोगो का हुजूम लग रहा। लोगो की सुरक्षा और यातायात को सुचारू रखने के लिए चरही पुलिस को काफी मशक्कत करना पड़ा।
*दुर्घटना स्थल पर पहुंचे हजारीबाग एसपी, लिया स्थिति का जायजा*
इस बीच दुर्घटना की सूचना पाकर हजारीबाग एसपी मनोज रतन चौथे और एसडीपीओ अनुज उरांव घटना स्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।आग पर काबू पाने के बाद ट्रक में फंसे व्यक्ति के जले शव को निकाला गया। शव पूरी तरह से जल चुकी थी और केवल हड्डियां और दांत ही पता चल पा रहा था, जिसके कारण पहचान नही हो पाई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। तत्पश्चात हाइड्रा के मदत से दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को हटाया गया और यातायात को कड़े मशक्कत के बाद शुचारु किया जा सका। खबर लिखे जाने तक ट्रक और मृतक चालक के बारे में कुछ पता नही चल सका। ट्रक कहाँ से आ रही थी और कहां जा रही थी इसका भी पता नही चल पाया। बताते चले के चरही घाटी का युपी मोड़ ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित है। लोग इसे मौत की घाटी बताते है। लोग एनएचएआई के इंजीनियरों के सड़क निर्माण में की गयी तकनीकी खामियों को सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण मानते है। अब तक इस ढलान के साथ घुमावदार सड़क में सैंकड़ो लोगों के जान गवा दी है।