BHOPAL : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में बहनों के सशक्तिकरण के लिये सामाजिक क्रांति हो रही है। मेरी जिंदगी का मकसद है बहनों के चेहरे पर मुस्कराहट लाना। मैं किसी बहन को दुखी नहीं रहने दूंगा। आज बड़नगर की जनता ने जो मुझे प्यार और विश्वास दिया है, बहनों ने जिस राखी के कच्चे धागे से मुझे बांधा है, उस विश्वास को कभी नहीं टूटने दूँगा। बहनों की जिंदगी खुशहाल बनाने के लिये हरसंभव प्रयास करूँगा।
मुख्यमंत्री चौहान शनिवार शाम को उज्जैन जिले के बड़नगर में लाड़ली बहना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 150 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण/भूमि-पूजन किया। विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किए। सम्मेलन का शुभारंभ कन्या-पूजन और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। मुख्यमंत्री ने पुष्प-वर्षा कर विशाल संख्या में उपस्थित बहनों का अभिनंदन किया।
प्रदेश में अब 1.32 करोड़ लाड़ली बहनें, अभी और नाम जुड़ेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बहन-बेटियों को सशक्त करने के कार्य निरंतर किये जा रहे हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना और अब लाड़ली बहना योजना ने समाज में बहनों की स्थिति को बहुत मजबूत कर दिया है। अब बेटियाँ बोझ नहीं वरदान बन गई हैं। प्रदेश में 21 वर्ष आयु की बहनों और ट्रेक्टर वाले परिवारों की बहनों के नाम जुड़ जाने के बाद अब लाड़ली बहनों की संख्या एक करोड़ 32 लाख हो गई है। जो बहनें छूट गई हैं, उनके नाम भी जोड़े जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अभी राखी पर बहनों को 250 रुपये भिजवाए थे। लाड़ली बहना योजना की राशि अब 1250 रुपये कर दी गई है। इसे धीरे-धीरे बढ़ाकर 3000 रुपये तक किया जाएगा। पहले बहनों को अपनी छोटी-छोटी आवश्यकताओं के लिये परेशान होना पड़ता था। मैंने उनके इस दर्द को समझा और लाड़ली बहना योजना बनाई। यह मेरे दिल से निकली योजना है। इससे बहनों की परिवार में इज्जत बढ़ी है। सरकार का प्रयास है कि हर बहन की आमदनी 10 हजार रुपये महीना हो, इसके लिये आजीविका मिशन में उन्हें विभिन्न गतिविधियों के लिये सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अब बहनों को टोल बेरियर भी संचालन के लिये दिये जा रहे हैं। टोल टैक्स से प्राप्त राशि की 30 प्रतिशत राशि बहनों को आमदनी के रूप में मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम नया जमाना ला रहे हैं। प्रदेश में सरकारी संसाधनों का उपयोग गरीबों और किसानों के लिये किया जा रहा है। हर व्यक्ति को पक्की छत की व्यवस्था की जा रही है। जिनके पास रहने की जमीन नहीं है उन्हें आवासीय भू-अधिकार योजना में पट्टे दिये जा रहे हैं। जिन व्यक्तियों के नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में नहीं आए हैं, उनका सर्वे करवाकर उनके लिये नई योजना मुख्यमंत्री आवास योजना बनाई जा रही है।
31 अगस्त तक के बिजली के बड़े बिल माफ होंगे, अगले माह से 100 रुपये बिल
उन्होंने कहा कि इस बार बारिश कम होने बिजली का उत्पादन कम हो रहा है। फिर भी सरकार द्वारा गरीबों को राहत के लिये 31 अगस्त तक के एक किलोवाट तक के बिजली के बिल शून्य किये जा रहे हैं और आगामी माह से हर माह (100 यूनिट तक) 100 रुपये बिजली का बिल आएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरानी सरकार ने कन्या विवाह, तीर्थ-दर्शन, प्रसूति सहायता, शून्य प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण, मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप आदि योजनाएँ बंद कर दी थी। हमारी सरकार ने फिर से इन्हें चालू किया है। अब सरकार बुजुर्गों को हवाई जहाज से भी तीर्थ-यात्रा करवा रही है। किसानों को केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही 6000 रुपये की सम्मान निधि के अलावा राज्य सरकार भी 6000 रुपये प्रति वर्ष दे रही है। किसानों के ब्याज की राशि सरकार ने भरी है और उन्हें शून्य प्रतिशत ब्याज पर पुन: फसल ऋण दिया जा रहा है।
बड़नगर में 20 करोड़ की लागत से मल्टीपर्पज इंडोर स्टेडियम बनेगा
मुख्यमंत्री चौहान ने बड़नगर क्षेत्र के विकास के लिये कई घोषणाएँ कीं। इनमें बड़नगर में 20 करोड़ रुपये की लागत से मल्टीपर्पज इंडोर स्टेडियम एवं स्वीमिंग पूल बनवाने और क्षेत्र के जो गाँव नर्मदा जल से वंचित रह गये हैं, उन सभी गाँवों में नर्मदा जल पहुँचाना प्रमुख है। मुख्यमंत्री ने नगर व आसपास के विभिन्न मार्गों और पुल-पुलियाओं के निर्माण की भी घोषणा की।