शिमला। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि परिवहन विभाग इस वर्ष निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा राजस्व अर्जित करेगा। परिवहन विभाग ने 775 करोड़ का लक्ष्य रखा है जिसमें से अब तक 323 करोड़ अर्जित किये गए हैं। विभाग ने ऑनलाइन ई ऑक्शन प्रणाली से वीआईपी नम्बरों को बेचकर 6 करोड़ कमाए हैं। अग्निहोत्री ने ट्रांसपोर्ट बेरियर में ऑटोमेटिक नंबर प्लेट सत्यापन प्रणाली लगाने का भी ऐलान किया है।
उन्होंने बुधवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा कि ऑटोमेटिक नम्बर सत्यापन प्रणाली से गाड़ी तेज चला रहे हैं, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट, आरसी सहित सारा रिकॉर्ड विभाग के पास आ जाएगा, जिससे मानव हस्तक्षेप की कोई गुंजाइश नहीं बचेगी। इससे विभाग को चोरी को कम करने और रेवेन्यू को बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा एचआरटीसी और ट्रांसपोर्ट का हेल्प डेस्क नंबर आम लोगों के लिए जारी कर दिया गया है जो 24 घंटे काम करेगा।
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हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) में लगेज पॉलिसी और मंदिरों में वीआईपी दर्शनों पर भी उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि एचआरटीसी ने लगेज पॉलिसी इसलिए लाई गई है ताकि जो लोग एचआरटीसी के माध्यम से व्यापार कर रहे हैं, उनसे पैसा लिया जा सके। अगर कोई व्यक्ति बस में सफर नहीं कर रहा है और कुछ सामान बस में भेज रहा है तो उसका एचआरटीसी को पैसा मिलना चाहिए।
अग्निहोत्री ने कहा कि चिंतपूर्णी मंदिर में माथा टेकने के लिए सिफारिश होती थी उसके लिए वीआईपी दर्शन या सुगम दर्शन के लिए 1100 पांच आदमियों से लिए जा रहे हैं इससे मंदिर की आय में इजाफा हो रहा है। वीआईपी दर्शन से 26 दिन में 40 लाख की आय हो चुकी है। अगर मंदिर की आय में बढ़ोतरी हुई तो इसमें गलत क्या है।