Mathura: वाराणसी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) की तर्ज पर मथुरा में बांके बिहारी कॉरिडोर के निर्माण की योजना बनायी गयी है। काशी कॉरिडोर की तर्ज पर ही इसकी भी डिजाइन तैयार की गई है। सीएम योगी के योजना से जुड़ी जानकारी लेने से हलचल तेज हो गई है। वृंदावन में पिछले साल जन्माष्टमी की पर्व पर दम घुटने से कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन ने बांके बिहारी मंदिर पर व्यवस्थाओं को बदलना शुरू कर दिया। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ (cm Yogi Adityanath) ने मृतकों के प्रति दुख व्यक्त करते हुए बांके बिहारी मंदिर पर कॉरिडोर निर्माण का फैसला लिया। ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने सीएम के समक्ष बिहारी कॉरिडोर की प्रोजेक्ट को प्रस्तुत कर दिया है। वृंदावन के स्थानीय लोगों के अंदर इस प्रोजेक्ट के प्रस्तुतीकरण को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है। योजना की प्रारंभिक रूपरेखा जो सामने आई है, वह वाराणसी के श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर से काफी हद तक मेल खाती है।
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वर्ष 2022 में जन्माष्टमी पर मंगला आरती के दौरान दम घुटने से दो लोगों की मौत के बाद गठित कमेटी ने कॉरिडोर का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद से ही वृंदावन के सेवायत, व्यपारी, संत समाज और आम लोग दो पक्षों में बंट गये थे। एक पक्ष ने इसका लगातार विरोध किया, जबकि दूसरा पक्ष इसके समर्थन में था। फिलहाल मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट में हैं, लेकिन सीएम योगी ने तीर्थ विकास परिषद और जिला प्रशासन से इस प्रोजेक्ट का विस्तृत विवरण लिया। इससे चर्चा है कि अब कॉरिडोर का रास्ता साफ होने जा रहा है। ऐसा होता है तो करीब 10 हजार श्रद्धालु अपने आराध्य के सुगमतापूर्वक दर्शन कर सकेंगे। कॉरिडोर पांच एकड़ क्षेत्र में वाराणसी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर बनाया जाना है।
इधर, इलाहाबाद हाई कोर्ट में 18 सितंबर को बांके बिहारी कॉरिडोर को लेकर सुनवाई होनी है। इसमें जिला प्रशासन को कॉरिडोर पर विस्तृत विवरण देना है। इससे पहले रविवार को उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष इसका प्रजेंटेशन दिया। कॉरिडोर बिहारीजी मंदिर के सामने पांच एकड़ क्षेत्र में प्रस्तावित है, जो जमीन की भौगोलिक स्थिति के कारण दो हिस्सों में होगा। इसे विद्यापीठ और परिक्रमा मार्ग से जोड़ा गया है। प्रस्तावित कॉरिडोर में बिहारी जी के भक्तों की प्रत्येक सुविधा का ध्यान रखा गया है। इसमें एक साथ 10 हजार लोगों की मौजूदगी हो सकेगी।