Begusarai: जिला मुख्यालय स्थित एसबीएसएस महाविद्यालय में आज हिंदी दिवस के अवसर पर ”हिंदी भाषा का भविष्य” विषय पर एकल व्याख्यान का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मुंगेर विश्वविद्यालय के आरडी एंड डीजे महाविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ. रवीश कुमार सिंह थे। डा. रवीश का स्वागत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. डॉ. अवधेश कुमार सिंह ने चादर एवं फूल मालाओं से किया।
अपने प्रभावशाली वक्तव्य में डॉ. रवीश ने कहा कि हिंदी प्रतिरोध की भाषा है। सरहपा से नागार्जुन तक हिंदी कविता का जो विशाल परिसर है वो लगातार विस्तार पा रहा है। हिंदी भाषा आने वाले चुनौतियों से लड़ने में सक्षम है। यह बात दुनिया की किसी अन्य भाषा अंग्रेजी और फ्रेंच आदि में देखने को नहीं मिलता है। स्वागत वक्तव्य देते हुए हिंदी विभागाध्यक्ष डा. नीलेश कुमार ने कहा कि हिंदी का इतिहास गौरवमय है और उसका भविष्य भी स्वर्णिम होगा। वर्तमान समय में हिंदी का विस्तार जिस रूप में हो रहा है, वह किसी भी भाषा की शक्ति और सामर्थ्य को दिखलाता है।
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डा. राजकुमार ने कहा कि आज दुनिया हिंदी को अपना रही है। जी-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी प्रवक्ता हिंदी में बोल रही थी। यह हिंदी और हिंदुस्तान की ताकत को दर्शाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डा. अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि हिंदी देश ही नहीं, बल्कि आने वाली दुनिया की भाषा होगी। हिंदी विभाग के स्नातकोत्तर में नामांकन हो रहा है, जल्दी ही कक्षाएं भी शुरू होंगी। महाविद्यालय की प्रतिष्ठा में इससे वृद्धि हुई है। हमारा हिंदी विभाग लगातार अपनी कार्यशैली और उत्सवधर्मिता से ना सिर्फ इस महाविद्यालय बल्कि अन्य महाविद्यालयों में भी प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है। धन्यवाद ज्ञापन डा. अरमान आनंद ने किया। इस अवसर पर भाषण एवं कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें शिवानी कुमारी, सानिया सना, कुंदन कुमार एवं परमजीत आनंद को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डा. अमित कुमार गुंजन, डा. मोहम्मद परवेज, डा. विवेक कुमार सिन्हा, डा. रोली कुमारी, डा. रणविजय कुमार एवं डा. श्वेता भारती सहित शिक्षकेत्तर भी उपस्थित थे।