नई दिल्ली : केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय के तहत नेशनल एजुकेशन सोसाइटी फॉर ट्राइबल स्टूडेंट्स (एनईएसटीएस) ने आंध्र प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान और तेलंगाना में फैले 54 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) में ‘अमेजन फ्यूचर इंजीनियर प्रोग्राम’ के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। दूसरे चरण में एडवांस्ड ब्लॉक प्रोग्रामिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पाठ्यक्रम शामिल होगा। सचिव (जनजातीय कार्य) अनिल कुमार झा ने सोमवार को नई दिल्ली में तीन दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला के साथ-साथ ईएमआरएस कोडर्स एक्सपो का उद्घाटन किया, जो पिछले शैक्षणिक वर्ष के दौरान ईएमआरएस की शीर्ष 20 कोडिंग परियोजनाओं की एक प्रदर्शनी है।
केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने कार्यक्रम के प्रायोगिक चरण का शुभारंभ किया और कहा कि अमेजन फ्यूचर इंजीनियर प्रोग्राम पहल यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है कि आने वाली जनजातीय पीढ़ियां डिजिटल अवसरों का लाभ उठाने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित हो जायें। अमेजन फ्यूचर इंजीनियर प्रोग्राम और एनईएसटीएस के बीच सहयोग, जनजातीय समुदायों के बीच मौजूद शैक्षणिक अंतर को पाटने की क्षमता रखता है, जिससे उभरती प्रौद्योगिकियों में उनके सफल करियर को सुनिश्चित किया जा सकता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनजातीय कार्य सचिव अनिल कुमार झा ने कहा कि भारत में 10 करोड़ से अधिक की जनजातीय आबादी है, जो कई मामलों में अभी भी आधुनिक शिक्षा तक पहुंचने के लिए भाषा और सांस्कृतिक बाधाओं का सामना करती है। शिक्षण में इन बाधाओं को दूर करने से जनजातीय छात्रों के लिए सीखने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने में काफी मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में अमेजन इंडिया के पब्लिक पॉलिसी के हेड (कंसयूमर ट्रस्ट) नितिन सलूजा, लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन की मैनेजिंग पार्टनर नुरिया अंसारी और अन्य लोग भी उपस्थित थे।