नई दिल्ली : विश्व बौद्धिक संपदा संगठन द्वारा प्रकाशित वैश्विक नवाचार सूचकांक 2023 रैंकिंग में 132 अर्थव्यवस्थाओं में से भारत का 40वां स्थान बरकरार है। वैश्विक नवाचार सूचकांक (जीआईआई) में पिछले कई वर्षों से भारत 2015 में 81वें स्थान पर था जो 2023 में सुधरकर 40वें स्थान पर पहुंच गया। महामारी से उत्पन्न अभूतपूर्व संकट के खिलाफ हमारी लड़ाई में नवाचार सबसे आगे रहा है और देश को महामारी से संभलने की सामर्थ्य में यह निर्णायक होगा। जैसा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान में निहित है।
जीआईआई रैंकिंग में लगातार सुधार अपार ज्ञान पूंजी, जीवंत स्टार्ट-अप ईको सिस्टम और सार्वजनिक और निजी अनुसंधान संगठनों द्वारा किये गये अद्भुत कार्यों के कारण है।
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विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग जैसे वैज्ञानिक विभाग सहित सरकार के सभी विभागों; जैव प्रौद्योगिकी विभाग; अंतरिक्ष विभाग; और परमाणु ऊर्जा विभाग और इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय, दूरसंचार विभाग, कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग ने राष्ट्रीय नवाचार ईको सिस्टम को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अटल इनोवेशन मिशन ने इनोवेशन इकोसिस्टम के विस्तार में प्रमुख भूमिका निभाई है।
नीति आयोग इलेक्ट्रिक वाहनों, जैव प्रौद्योगिकी, नैनो प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नीति-आधारित नवाचार के लिए बेहतर राष्ट्रीय प्रयास सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। इसने राज्यों और जिलों में नवाचार इको-सिस्टम के विस्तार में भी भूमिका निभाई है। नीति आयोग ने जीआईआई सहित वैश्विक रैंकिंग में भारत की स्थिति की निगरानी और मूल्यांकन पर निरंतर जोर दिया है।