मेरठ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि गन्ना किसानों और खिलाड़ियों से ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश की पहचान है। उन्होंने कहा कि किसानों को मोटे अनाज का उत्पादन करना चाहिए। महिला सशक्तिकरण पर राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने नौ महिलाओं को विश्वविद्यालयों का कुलपति बनाया है।
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में मंगलवार को मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अखिल भारतीय किसान मेले, कृषि व उद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश की बेटिया प्रत्येक क्षेत्र में अग्रणी भूमिका में है। अब समय काफी बदल गया है। पहले गांव की बेटियों को सिर्फ पढ़ाई तक ही सीमित रखते थे, लेकिन अब वह हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले मेरठ की खिलाड़ी पारुल चौधरी और किरण बालियान को राज्यपाल ने सम्मानित किया। राज्यपाल ने कहा कि मैं भी किसान की बेटी हूं और मैंने भी खेती किसानी का कार्य किया है। आज मैं जहां तक पहुंची हूं, मेहनत और ईमानदारी के बल पर पहुंची हूं। महिलाओं को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने उत्तर प्रदेश में नौ महिलाओं को विभिन्न विश्वविद्यालय की कुलपति बनाया है। कुलपति ने कृषि एवं उद्योग प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान महिलाओं से संवाद भी किया।
ये भी पढ़ें : –अनुसूचित जाति के महापुरुषों ने किया समाज का मार्गदर्शन: योगी आदित्यनाथ
विशिष्ट अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों की भलाई के लिए कार्य कर रही है। इन सभी योजनाओं का किसानों को लाभ उठाना चाहिए। पहले के मुकाबले स्थिति में काफी सुधार आया है। किसान पशुपालन के प्रति फिर से जागरूक हुए हैं और बड़ी संख्या में लोग पशुपालन कर रहे हैं। अभी तक हम सिर्फ गन्ने तक ही निर्भर थे, लेकिन अब किसानों ने अपने खेतों में अन्य फसलों को भी स्थान देना शुरू किया है।
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी पर पलटवार करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि उन्होंने बीते 10 सालों में क्षेत्र का विकास किया है। पूरे देश में तमाम हाईवे और एक्सप्रेस वे बने हैं। पहले दिल्ली से मेरठ तक तीन घंटे में पहुंचते थे, अब मात्र एक घंटे में दिल्ली पहुंच रहे हैं। कुछ महीनो के भी ही रैपिडेक्स चलने से मात्र 45 मिनट में मेरठ और दिल्ली का सफर किया जा सकेगा। उत्तर प्रदेश में पहले गुंडाराज था और अब कानून का राज है। अब उत्तर प्रदेश में भयमुक्त समाज है। यह सब भाजपा के कार्यकाल में संभव हुआ है। यह किसान मेला 19 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान डॉग शो का भी आयोजन किया गया। कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा स्टॉल लगाकर किसानों को तकनीकी जानकारी दी गई। कृषि मेले में प्रदेश के राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार, कुलपति डॉ. केके सिंह, प्रो. आरएस सेंगर, डॉ. मयंक राय, विकास त्यागी, हर्षवर्धन त्यागी, ललित त्यागी, अतुल्य वैभव आदि उपस्थित रहे। 19 अक्टूबर को किसान मेले के समापन में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, अति विशिष्ठ अतिथि राज्य मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर, उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष कैप्टन विकास गुप्ता, उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. संजय सिंह, कृषि प्रसार भारतीय कृषि अनुसंधान के उप महानिदेशक डॉ. यूएस गौतम, प्रबंध समिति सदस्य विधायक राजीव कुमार उपस्थित रहेंगे।