अयोध्या। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विष्णुनगर खंड में रविवार को स्थापना दिवस व विजयदशमी के उपलक्ष्य में स्वयंसेवकों ने पथ संचलन और शस्त्र पूजन किया। इस मौके पर पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र सहसम्पर्क प्रमुख मनोज ने कहा कि नवरात्र नारी पूजा व शक्ति के प्रकटीकरण का दिवस है। पांडवों ने नवरात्र की समाप्ति पर ही पुनः शस्त्र धारण किया। दुनिया में शक्तिशाली की बात सब सुनते हैं। कमजोर की बात कोई नहीं सुनता। जंगल की आग में हवा भी सहयोग करती है, वही हवा दीपक को बुझा देती है। उन्होंने कहा कि यज्ञ, गाय, सज्जन शक्ति, मंदिर की रक्षा के लिए राम के रूप में युवा शक्ति की जरूरत थी।
अतः रावण के विरुद्ध विश्वामित्र द्वारा दशरथ से राम की मांग की गई। उस विषम परिस्थिति को देखते हुए राम ने प्रतिज्ञा की थी निसिचर हीन करौं महिं । राम ने वनवासी समाज, आदिवासियों को संगठित किया। उन्होंने शक्ति के प्रकारों की विवेचना करते हुए कहा कि शक्ति के 5 प्रकार आत्म बल, बुद्धि बल, शारीरिक बल, शस्त्र बल और संगठन बल है। समाज में सभी देवियों ने शस्त्र को साथ रखा है। नारी हमेशा नर से श्रेष्ठ रही है। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने दंड का प्रयोग तथा सूर्य नमस्कार भी किया।
उन्होंने बताया कि आज के दिन 1925 में विजयदशमी के शुभ अवसर पर डाॅ. केशव राव बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना सात-आठ छोटे तरुण कार्यकर्ताओं के साथ की थी। डाॅ. हेडगेवार ने 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की ताकि देशभक्ति और राष्ट्रीय अस्मिता को सुरक्षित रखा जा सके।दशमी पर शस्त्र पूजन का विधान है और विधि-विधान से शस्त्रों का पूजन करते हैं। संघ के स्थापना दिवस में हर साल शस्त्र पूजन खास रहता है। नौ दिन की उपासना के बाद 10वें दिन विजय कामना के साथ शस्त्रों का पूजन करते हैं। विजयादशमी पर शक्तिरूपा दुर्गा, काली की पूजा के साथ शस्त्र पूजा की परंपरा हिदू धर्म में लंबे समय से रही है। छत्रपति शिवाजी ने इसी दिन मां दुर्गा को प्रसन्न कर भवानी तलवार प्राप्त की थी। संघ का काम ऐसे कार्यकर्ता का निर्माण करना है जो देशहित में कार्य कर सके। संघ समाज को जोड़ने का कार्य करता है। हमारा कार्य हिदू समाज को संगठित करना है, हिदू समाज संगठित होगा तो भारत वर्ष अपने आप संपन्न होगा।
इस दौरान स्वयंसेवकों ने शिव मंदिर पलिया चौराहे के सामने से विधिवत बैंड की धुन के बीच मैदान से पथ संचलन प्रारंभ किया जो कि विष्णु नगर साहबगंज से पुन: शिव मंदिर मैदान में जाकर समाप्त हुआ। जगह-जगह माताओं, बहनों व सामाजिक संस्थाओं ने पथ संचलन में शामिल स्वयंसेवकों पर पुष्प वर्षा की और भारत माता की जय और वंदे मातरम के जयघोष लगाए। इस अवसर पर सह खंड संघचालक गिरजा ,जिला प्रचारक राजेश, जिला उपाध्यक्ष संस्कार भारती मोहित मिश्रा,प्रचारक अभिषेक,खंड शारीरिक प्रमुख मनीष, गौतम सिंह,खंड कार्यवाह अमानीगंज पंकज ,जिला व्यवस्था प्रमुख महेश गुप्ता,जिला सामाजिक समरसता दिवाकर मिश्रा,अनुराग,दुर्गेश मौर्य,राजा गुप्ता आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।