Gorakhpur: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) 03 नवम्बर (शुक्रवार) को गोरखपुर जिले को लगभग 271 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे। वह छह कार्यदायी संस्थाओं की 221.10 करोड़ रुपये की लागत से पूर्ण 89 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 08 कार्यदायी संस्थाओं की 49.48 करोड़ रुपये की लागत वाली 51 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। लोकार्पण व शिलान्यास का यह कार्यक्रम रामगढ़ताल के समीप चम्पा देवी पार्क में प्रस्तावित है।
गोरखपुर के अपने दौरे पर प्रायः विकास कार्यों की बौछार करने वाले मुख्यमंत्री योगी नवम्बर माह के दौरों की शुरुआत भी उपहार देकर करेंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पित होने वाली विकास परियोजनाओं में लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड की 04, लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड तीन की 08, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की 06, यूपी प्रोजेक्ट्स काॅरपोरेशन लिमिटेड की 01, नेशनल प्रोजेक्ट्स कंस्ट्रक्शन काॅरपोरेशन लिमिटेड की 20 और जल निगम ग्रामीण की 50 परियोजनाएं शामिल हैं। जबकि शिलान्यास वाली परियोजनाओं में से 12 की कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट्स काॅरपोरेशन लिमिटेड, 01 की लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड, 01 की सीएण्डडीएस (14), 04 की पुलिस आवास निर्माण निगम, 01 की यूपी सिडको, 02 की यूपीसीएलडीएफ, 04 की ग्रामीण अभियंत्रण विभाग व 26 की कार्यदायी संस्था नेशनल प्रोजेक्ट्स कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन लिमिटेड है।
ये भी पढ़ें : –MP में स्मॉल इंडस्ट्रीज की मेहनत लाई रंग, उपलब्ध होने लगा घर-घर रोजगार
घर-घर नल से शुद्ध जल पहुंचाने पर खासा जोर
शुक्रवार को मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पित होने वाली विकास परियोजनाओं में सर्वाधिक संख्या उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) की हैं। कुल 50 परियोजनाओं पर 184 करोड़ 90 लाख 36 हजार रुपये खर्च कर 50 ग्राम पंचायतों में घर-घर नल से शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। पेयजल की इन नई परियोजनाओं से पिपराइच, कैम्पियरगंज, गोरखपुर ग्रामीण, चिल्लूपार, खजनी, चौरीचौरा, बांसगांव विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।
ज्ञातव्य हो कि सरकार हर गांव को नल से जल योजना के दायरे में लाने का कार्य कर रही है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विगत छह माह में 2800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास कर चुके हैं। 02 सितम्बर को उन्होंने 193 गांवों के लिए 567.21 करोड़ रुपये तथा 20 जून को 623 गांवों के लिए 2245.28 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास किया था।