नई दिल्ली : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार ने गुरुवार को एक राष्ट्रीय स्तर के इनोवेटिव चैलेंज का उद्घाटन किया, जिसका लक्ष्य युवाओं को नवोन्मेषी समाधानों के कार्यात्मक प्रोटोटाइप बनाने के लिए प्रेरित करना है। शिक्षा मंत्रालय ने यूनिसेफ और युवावाह के साथ साझेदारी में नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन की अगुवाई में एटीएल मैराथन कार्यक्रम के साथ सहयोग किया। इस कार्यक्रम में डॉ. चिंतन वैष्णव (मिशन निदेशक, एआईएम), विपिन कुमार (अपर सचिव, शिक्षा मंत्रालय), केविन फ्रे (सीईओ, जेनरेशन अनलिमिटेड), धुवाराखा श्रीराम (युवावाह, युवा विकास और भागीदारी प्रमुख, यूनिसेफ) और अभिषेक गुप्ता (सीओओ युवावाह, यूनिसेफ) ने भाग लिया। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग व्यावहारिक शिक्षा पर ध्यान देने के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) ढांचे के माध्यम से भारत में शिक्षा को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। स्कूल शिक्षा परिषद जैसी पहल और विभिन्न कार्यक्रम इस दृष्टिकोण को बढ़ावा देने में सहायक रहे हैं। एटीएल मैराथन के साथ सहयोग इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा है, जिसमें पिछले छह वर्षों में पूरे भारत के स्कूली छात्रों द्वारा 32 हजार से अधिक नवोन्मेषण प्रस्तुत किये गये हैं।
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इस अवसर पर संजय कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारा उद्देश्य छात्रों को सामूहिक रूप से काम करने में सहायता करना, उन्हें सर्वोत्तम प्रथाओं से परिचित कराना है जो उनके नवोन्मेषण कौशल का पोषण करते हैं और उन्हें रोल मॉडल के साथ जोड़ना है। उन्होंने कहा कि हम स्कूल नवोन्मेषण परिषद के तहत कार्यक्रम के सर्वश्रेष्ठ नवोन्मेषकों की सहायता करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं, जिसमें 200 नवोन्मेषकों के लिए एक लाख रुपये का सीड फंड प्रदान किया जायेगा, जिसमें एटीएल मैराथन के फाइनलिस्टों पर विचार किया जायेगा। इस वर्ष के एटीएल मैराथन की थीम भारत का 75वां गणतंत्र दिवस है तथा इसमें अंतरिक्ष, कृषि, समावेशिता, आपदा प्रबंधन, गतिशीलता, स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों से जुड़ी समस्याओं के विवरण शामिल हैं। छात्र टीमों को इन चुनौतियों का समाधान करने वाली परियोजनाएं बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। शीर्ष प्रदर्शन करनेवाली टीमों को स्टूडेंट इनोवेटर प्रोग्राम में भाग लेने का अवसर मिलेगा, जिसमें भारत की प्रमुख कंपनियों और इनक्यूबेशन सेंटरों के साथ इंटर्नशिप शामिल है। उन्हें नीति आयोग के एआईएम से प्रमाणपत्र और विभिन्न रोमांचक अवसर भी प्राप्त होंगे। शिक्षा मंत्रालय इस सहयोग की संभावनाओं से उत्साहित है और उन उल्लेखनीय नवोन्मेषणों को देखने के लिए उत्सुक है जो युवा छात्र एटीएल मैराथन कार्यक्रम के माध्यम से भारत और विश्व के विकास में योगदान देंगे।