Shimla: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में दिवाली का पर्व धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया। इस दौरान लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े और आतिशबाजी की। छोटी और बड़ी दिवाली की रात प्रदेशभर में 40 जगहों पर आग लगने की घटनाएं सामने आई। ज्यादातर अग्निकांड के मामले रविवार की रात घटित हुए। इन घटनाओं में कोई जनहानि नहीं हुई।
अग्निशमन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 40 में से हाउस फायर की 19 और फारेस्ट फायर की तीन घटनाएं हुई हैं। जबकि 18 अन्य आग जनित घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं में एक करोड़ 13 लाख की संपति राख हुई, जबकि विभाग ने 10 करोड़ 51 लाख की संपति को राख होने से बचाया।
कांगड़ा जिला में अग्निकांड की सबसे ज्यादा 11 घटनाएं हुईं। शिमला जिला में नौ जगह आग लगी। इसी तरह सोलन में आठ, हमीरपुर व मंडी में तीन-तीन, सिरमौर व ऊना में दो-दो, किन्नौर, कुल्लू व लाहौल-स्पीति में आग लगने की एक-एक घटना सामने आई। चम्बा और बिलासपुर जिलों में अग्निकांड के कोई मामले दर्ज नहीं किये गए। वहीं नुकसान की बात करें तो किन्नौर जिला में सबसे ज्यादा 70 लाख की संपति आग से तबाह हुई। कांगड़ा जिला में 11.76 लाख, सोलन में 11 लाख, शिमला में 6.62 लाख, हमीरपुर में 5.85 लाख औरमंडी में 2.70 लाख की संपति का नुकसान हुआ है।
अधिकांश घटनाओं में आतिशबाजी के कारण हुए अग्निकांड
अग्निकांड की अधिकांश घटनाओं की वजह पटाखे व आतिशबाजी मानी जा रही है। आग की इन घटनाओं में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई, लेकिन लाखों की संपति खाक हो गई। अधिकांश जगहों पर अग्निशमन की टीम ने समय रहते आग पर काबू पाकर बड़ा नुकसान होने से बचा लिया। अग्निकांड की अलग-अलग घटनाओं में मकान, दुकान और गौशालाएं चपेट में आये।
हमीरपुर शहर में निजी बस आग से खाक
हमीरपुर शहर के बस अड्डे पर खड़ी निजी बस आग से खाक हो गई। दीपावली की शाम निजी बस में आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। घटना के दौरान बस अड्डे पर साथ में खड़ी बसों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकल गया। मौके पर दमकल वाहनों ने पहुंच पर आग पर काबू पाया। हादसे में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ।
शिमला में दो भाइयों का आशियाना जला
शिमला जिला के रामपुर उपमंडल की ननखड़ी तहसील के गांव बनोला में दो चचेरे भाइयों का मकान आग से राख हो गया। इनके घर के साथ घासनी में दिवाली की रात आग लगी थी। आग फैलते फैलते उनके घर को लग गई थी। आग में इनका पुराना लकड़ी का मकान जिसमें दो कमरे वह एक रसोई घर भी चपेट मे आ गया था। जिस समय घर मे आग लगी उस समय घर पर घर का कोई सदस्य नहीं था। जिसकी वजह से कोई भी जान का नुकसान नही है। दमकल वाहनों के मौके पर पहुंचने से पहले आग से मकान राख हो गया। अग्निकांड में पांच लाख का नुकसान आंका गया है। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित सुनील कुमार और शुभम को 20 हज़ार रुपये की फौरी राहत प्रदान की है।
दिवाली में अग्निकांड से निपटने को मुस्तैद रहा अग्निशमन विभाग
दीपावली के मद्देनजर प्रदेशभर के सभी जिलों के अग्निशमन अधिकारी व कर्मचारी अग्निकांड की घटनाओं को लेकर सतर्क थे और जहां भी आग लगने की सूचना मिली, वहां तुरंत कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पाया।
अग्निशमन विभाग ने प्रदेश भर में 751 कर्मचारी व 858 प्रशिक्षित गृह रक्षक तैनात किए थे। फायर ब्रिगेड और होमगार्ड के जवान 12-12 घंटों की शिफ्ट में ड्यूटी दी। आग की घटनाओं से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग ने प्रदेश भर में करीब 241 गाडिय़ां लगाई। विभाग की ओर गाडिय़ों के अलावा शिमला शहर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी हाइड्रेंट भी लगाए गए थे।