नई दिल्ली| कोरोना वायरस संक्रमण पहले ही लोगों के लिए जिंदगी और मौत का सबब बना हुआ है, उस पर संक्रमण के बाद मरीजों में नई-नई बीमारियां सामने आ रहीं हैं| अब कोरोना से रिकवर होने के बाद लोगों में ब्रेन में क्लॉटिंग (Clotting) होने के मामले सामने आ रहे हैं|
कोरोना से जूझ रहे और रिकवर हो चुके लोगों के स्कैन में ब्रेन में क्लॉटिंग, दिल में क्लॉटिंग और आंखों की रोशनी जाने यानी मिकोर माइकोसिस के मामले सामने आ रहे हैं| हालांकि कोरोना वायरस की पहली लहर में ऐसी समस्याएं नहीं हुईं थीं, लेकिन दूसरी लहर में इन नई समस्याओं के कारण भी मरीजों की मौत हो रही है|
ये है लक्षण, विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पताल से घर लौटने के बाद मरीजों को ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है|
- उन्हें रिकवर होने के बाद यदि छाती में भारीपन, सांस फूलने की समस्या बनी रहे तो उन्हें फेफड़ों का सीटी स्कैन कराए|
- दिल का इकोकार्डियोग्राम करा लेना चाहिए|
- वहीं शरीर के एक हिस्से में कमजोरी महसूस होने या सुन्न होने जैसे लक्षण होने पर ब्रेन का MRI करा लेना चाहिए
- साथ ही रूटीन ब्लड काऊंट चैक कराना चाहिए|