पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद विपक्षी महागठबंधन में वार-पलटवार के सुर उठने लगे हैं। महागठबंधन के सहयोगी कांग्रेस के खराब प्रदर्शन को लेकर राष्ट्रीय जनता दल आक्रमक हुआ तो कांग्रेस भी अब पलटवार की मुद्रा में आ गई है। इसके बाद आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने सीधे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी को घेरे में लिया है। कहा है कि बिहार में चुनाव के वक्त राहुल गांधी बहन प्रियंका के घर शिमला में पिकनिक मना रहे थे। इस बीच बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने भी कहा है कि महागठबंधन की सरकार नहीं बनने का दोष कांग्रेस के सिर मढ़ना उचित नहीं है। साल 2000, 2005 और 2010 में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं था, तब राष्ट्रीय जनता दल को पूर्ण बहुमत क्यों नहीं आया?
आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव के वक्त राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी के घर शिमला में पिकनिक मना रहे थे। कांग्रेस जिस तरह से अपना कारोबार चला रही है, उससे भारतीय जनता पार्टी को मदद मिल रही है। आगे कहा कि कांग्रेस ने 70 प्रत्याशी खड़े किए, लेकिन 70 रैलियां भी नहीं कीं। राहुल गांधी केवल तीन दिन आए। प्रियंका गांधी तो आईं ही नहीं। जो बिहार के बारे में जानते नहीं थे, वे बिहार भेजे गए। यह सही नहीं था।
बिहार में महागठबंधन की पराजय के साथ ही आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी और वामदलों ने बिहार में सरकार नहीं बनने के लिए कांग्रेस के खराब प्रदर्शन को कारण बताया था। तिवारी के साथ ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तक ने कांग्रेस को निशाने पर लिया था। उस वक्त कांग्रेस मौन रही पर अब पार्टी ने भी जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं।
हमलों के जवाब में बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने रविवार को तीन अलग-अलग ट्वीट किए। जिसमें उन्होंने कांग्रेस के प्रदर्शन पर सवाल उठाने वालों को जवाब दिया। अनिल शर्मा ने कहा कि आरजेडी एक विशेष वोट की राजनीति करता है। इसलिए आरंभ से ही इसे पूरे बिहारी समाज का लोकप्रिय समर्थन नहीं मिल पाता। महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव की एक सभा का उदाहरण देकर उन्होंने कहा कि आरजेडी को सवर्ण आरक्षण का विरोध करना और बाबू साहब को इंगित करते हुए एक वर्ग विशेष के खिलाफ सामाजिक विद्वेष की बात करने से चुनाव में भारी नुकसान हुआ।
अनिल शर्मा ने सहयोगी आरजेडी को सलाह देते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार नहीं बन पाने के लिए कांग्रेस, अन्य पार्टी या जाति पर ठीकरा फोड़ने की बजाय आत्म निरीक्षण करना चाहिए और भविष्य में राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के लिए बहुजन समाज पार्टी जैसी रणनीति को बदलकर बहुजन समाज की बजाय सर्व समाज की राजनीति करनी चाहिए।