फिरोजाबाद। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या से श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा निमित्त अयोध्या से आये पूजित अक्षत कलश भव्य शोभा यात्रा रविवार को चन्द्र नगर महानगर फिरोजाबाद में बड़ी धूमधाम के साथ निकाली गई।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या से आए हुए पूजित अक्षत की भव्य शोभा यात्रा गाजे बाजे के साथ रविवार को श्री राधा कृष्ण मंदिर से शुभारंभ होकर महानगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई बड़े हनुमान जी रामलीला पर समापन हुई।
पूजित अक्षत भव्य कलश यात्रा के दौरान जय श्री राम के नारों गूंज उठा पूरा शहर और राममय वातावरण हो गया। पूजित अक्षत कलश यात्रा का जगह – जगह शहरवासियों ने पुष्प वर्षा करके भव्य स्वागत किया। यात्रा के दौरान सभी श्री राम भक्त भक्त पीले वस्त्र पहनकर चल रहे थे। हजारों की संख्या रामभक्त बहिने पूजित अक्षत (पीले चावल) के कलश लेकर चल रही थी। पूजित कलश यात्रा के दौरान यात्रा संयोजक रामकुमार गुप्ता ने बताया कि श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव समिति चन्द्रनगर महानगर द्वारा 22 जनवरी को नगर के हर ग्राम मोहल्ले में स्थित मंदिरों पर पूजा अर्चना कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिसके अंतर्गत प्रातः 11:00 बजे से 1:00 बजे तक मोहल्ला अथवा गांव में स्थित मंदिरों पर भजन कीर्तन व ” श्रीराम जय राम जय जय राम ” का सामूहिक 108 बार जाप, शंखनाद की ध्वनि व भक्ति भाव की धारा बहेगी।
इस अवसर पर राम भक्त स्क्रीन लगाकर अयोध्या में चल रहे भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव देखकर भी धर्म लाभ प्राप्त करेंगे। इस अवसर पर मोहल्ले में स्थित मंदिर पर सुंदरकांड हनुमान चालीसा राम रक्षा स्त्रोत आदि का सामूहिक पाठ भी किया जा सकेगा। सांय के समय सभी राम भक्त अपनी-अपने घरों में दीपमालिका सजाएंगे ताकि भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर दीपोत्सव का माहौल पूरे भारतवर्ष में एक अनूठी पहचान के रूप में देखना चाहिए। इस निमित्त 1 जनवरी से 15 जनवरी तक घर घर संपर्क अभियान का आयोजन किया गया है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से विभाग प्रचारक प्रमोद, महानगर प्रचारक धर्मेन्द्र, कार्यक्रम संयोजक रामकुमार गुप्ता, सह संयोजक राजीव शर्मा, महानगर संघचालक डॉ रमा शंकर सिंह, सहसंघचालक प्रदीप गुप्ता, ब्रजेश यादव, महानगर प्रचार प्रमुख ललित सक्सेना आदि हजारों की संख्या में रामभक्त, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, अन्य सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।