New Delhi: भारत में सैन्य और रक्षा उत्पादन को बड़ा बढ़ावा देते हुए रक्षा खरीद बोर्ड ने 97 अतिरिक्त तेजस विमान (Tejas aircraft) और 156 प्रचंड लड़ाकू हेलीकॉप्टरों (helicopters) की खरीद को मंजूरी दे दी है। दोनों विमान स्वदेशी रूप से विकसित हैं और इन सौदों की कीमत लगभग 1.1 लाख करोड़ रुपये है। आधिकारिक सूत्र ने बताया कि रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने भारतीय वायु सेना के लिए 97 तेजस हल्के लड़ाकू विमानों के अतिरिक्त बैच की खरीद को मंजूरी दे दी। तेजस मार्क 1-ए लड़ाकू विमानों को भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के लिए और हेलिकॉप्टरों को वायु सेना के साथ-साथ थल सेना के लिए भी खरीदा जा रहा है।
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रक्षा खरीद परिषद ने कुछ और सौदों को भी मंजूरी दे दी है और कुल कीमत लगभग दो लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है। इन सौदों को मंजूरी मिलने के साथ यह भारत के इतिहास में स्वदेशी निर्माताओं को मिलने वाला सबसे बड़ा आॅर्डर है। अतिरिक्त बेड़े के साथ भारतीय वायुसेना द्वारा खरीदे जाने वाले स्वदेशी रूप से विकसित तेजस विमानों की संख्या 180 हो जायेगी। फरवरी 2021 में रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस एमके-1ए विमानों की खरीद के लिए सरकार संचालित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Limited) के साथ 48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था। इसके अलावा, भारत सरकार लगभग 40 हजार करोड़ रुपये की लागत से दूसरे स्वदेशी विमानवाहक पोत के निर्माण के भारतीय नौसेना के प्रस्ताव पर सकारात्मक रूप से विचार करने के लिए तैयार है। यह एक बड़ा कदम है जो हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती गतिविधियों से उत्पन्न चिंताओं की पृष्ठभूमि में आया है। शीर्ष सरकारी सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय की प्रमुख संस्था रक्षा खरीद बोर्ड (डीपीबी) ने महत्वाकांक्षी प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है, जिससे सरकार के दूसरे स्वदेशी विमानवाहक पोत के लिए तैयार होने का संकेत मिलता है, जिसे आईएसी-2 के नाम से जाना जायेगा। उन्होंने कहा कि बड़ा खरीद प्रस्ताव जल्द ही रक्षा मंत्रालय की खरीद संबंधी शीर्ष संस्था रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) के समक्ष रखा जायेगा।