Lucknow: दुनिया की अग्रणी वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रिक बस निर्माण की इकाई लगाएगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm Yogi Adityanath) की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में अशोक लेलैंड और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच इस आशय के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश में अशोक लेलैंड का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। यह आश्चर्य का विषय था कि 25-30 करोड़ की विशाल आबादी, देश की सबसे बड़े युवा पूंजी वाले राज्य में अब तक अशोक लेलैंड की उपस्थिति नहीं हो सकी थी। इस लिहाज से आज का दिन ऐतिहासिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने हर निवेशक को सुरक्षा और सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। 06 वर्ष पहले तक जो औद्योगिक समूह यहां आने से परहेज करते थे, आज यहां आने के बाद अपने संस्थान का विस्तार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अशोक लेलैंड का उत्तर प्रदेश में निवेश का निर्णय समयानुकूल है और पूरे हिंदुजा ग्रुप को इसका लाभ मिलेगा।
योगी ने कहा कि अशोक लेलैंड का यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (pm narendra modi) के विजन के अनुरूप ही है, जहां देश पारंपरिक ईंधन विकल्पों पर निर्भरता कम करने के लिए संकल्पित है। उत्तर प्रदेश सरकार नेट ज़ीरो मिशन के अनुरूप निजी क्षेत्र के निवेश को आकर्षित करने के लिए उत्सुक है। स्वच्छ सार्वजनिक और माल परिवहन के माध्यम से उत्सर्जन को कम करना उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार, इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण एवं परिचालन की दिशा में लगातार काम कर रही है। हमने इस संबंध में राज्य की नीति भी जारी की है। आज सर्वाधिक ईवी उत्तर प्रदेश में पंजीकृत हैं। अब हम अधिकाधिक चार्जिंग स्टेशनों को विकसित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। यूपीएसआरटीसी के बेड़े में इलेक्ट्रिक वाहन शामिल कर रहे हैं। विभिन्न नगरों में ईवी संचालित हो रही है।
एमओयू हस्ताक्षरित होने के अवसर पर मौजूद अशोक लेलैंड के चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने कहा कि हम इस वर्ष अशोक लेलैंड की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। राज्य में एक विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना इसे आकार देने की हमारी प्रतिबद्धता व्यक्त करता है। आज उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक माहौल उद्योगों के विकास के अनुकूल है और कंपनी इसका पूरा लाभ उठाने को तत्पर है।
अशोक लेलैंड के चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने कहा कि हमने पहली बार इसी साल 10 अगस्त को यूपी में निवेश के लिए बातचीत की थी और आज 15 सितंबर है। महज 36 दिन के भीतर सब कुछ तय हो गया। हिंदुजा ने त्वरित निर्णयों के लिए मुख्यमंत्री व उनकी पूरी टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में आज उप्र ‘डायनेमिक स्टेट’ बन गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की यह नवीन इकाई आगामी 18 माह में प्रारंभ हो जाएगी। चरणबद्ध रूप से यहां ई-मोबिलिटी के विभिन्न आयामों पर कार्य किया जाएगा। हम आने वाले वर्षों में कंपनी डीजल बसों और वाणिज्यिक वाहनों के अपने पूरे बेड़े को इलेक्ट्रिक और अन्य वैकल्पिक ईंधन में बदलने की योजना पर काम कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई और निवेश प्रोत्साहन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा कि अशोक लेलैंड का उत्तर प्रदेश में इकाई स्थापित करने का निर्णय कंपनी की ताकत को और बढ़ाएगा।
एमओयू के तहत अशोक लेलैंड उत्तर प्रदेश में ई-मोबिलिटी पर केंद्रित एक एकीकृत वाणिज्यिक वाहन बस संयंत्र स्थापित करेगा, जो राज्य में अशोक लेलैंड का पहला संयंत्र होगा। साझेदारी के तहत, अशोक लेलैंड मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक बसों के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें वर्तमान में उपलब्ध ईंधन के साथ-साथ उभरते वैकल्पिक ईंधन द्वारा संचालित अन्य वाहनों को भी असेंबल करने की सुविधा होगी। एमओयू पर उत्तर प्रदेश सरकार के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह और अशोक लेलैंड के प्रबंध निदेशक और सीईओ शेनु अग्रवाल ने हस्ताक्षर किए।