कुपवाड़ा। केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी हो रही है। इस बीच कुपवाड़ा जिलान्तर्गत नियंत्रण रेखा पर गुरुवार को हिमस्खलन हुआ। इसकी चपेट में आने से सेना के दो पोर्टर और दो जवान शहीद हो गए। भारी बर्फबारी की वजह से 100 से अधिक पेड़ भी गिरे हैं, जिससे एक नागरिक की भी मौत हुई है।
जम्मू-कश्मीर में बुधवार की रात से अचानक मौसम बदल गया। पूरी रात बर्फबारी और भीषण बारिश होने के साथ नियंत्रण रेखा पर गुरुवार को हिमस्खलन हुआ। कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा पर स्थित एक सैन्य शिविर हिमस्खलन की जद में आ गया। उस समय शिविर में मौजूद दो जवान बर्फ की चपेट में आ गए। मौके पर मौजूद अन्य जवानों ने तुरंत बचाव अभियान शुरू कर दिया। जब तक इन्हें बाहर निकाला गया, तब तक दोनों जवानों की मौत हो चुकी थी। शहीद जवानों की पहचान गनर अखिलेश कुमार पटेल और राइफलमैन भीम बहादुर पुन के तौर पर हुई है।
इसी बीच दो पोर्टरों की मौत बुधवार देर रात उस समय हो गई, जब कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा के पास बना सेना का कैंप हिमस्खलन की चपेट में आ गया। वहां तैनात दो पोर्टर बर्फ में दब गए। ये दोनों पोर्टर स्थानीय बताए जा रहे हैं। उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने दोनों जवानों की शहादत को सलाम करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। दोनों जवानों के पार्थिव शरीर पूरे सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव भेज दिए गए हैं।