Washington: अमेरिका (America) की बाइडन सरकार (Biden government) ने कैलिफोर्निया (California) की एक कोर्ट से पाकिस्तानी (Pakistani) मूल के कनाडाई व्यवसायी तहव्वुर राणा द्वारा दायर की गई बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका को अस्वीकार करने का आग्रह किया है और दोहराया है कि उसे भारत (India) को सौंप देना चाहिए, जहां वह 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों (mumbai terrorist attacks) में संलिप्तता को लेकर वांछित है। अमेरिका के राष्ट्रपति (President of America) जो बाइडन (Biden) के प्रशासन ने राणा के भारत प्रत्यर्पण का समर्थन किया था और उसे मंजूरी दी थी। कैलिफोर्निया (California) के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट (central district) के अमेरिकी वकील ई मार्टिन एस्ट्राडा ने अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट (US District Court) के समक्ष दायर अभिवेदन में कहा कि अमेरिका अनुरोध करता है कि अदालत राणा की बंदी प्रत्यक्षीकरण रिट याचिका को अस्वीकार कर दे।
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एस्ट्राडा ने राणा की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि याचिकाकर्ता यह दिखाने में असमर्थ रहा कि भारत के प्रत्यर्पण संबंधी अनुरोध में संभावित कारण संबंधी पर्याप्त सबूतों का अभाव है। राणा ने भारत में उसके प्रत्यर्पण के लिए अमेरिका सरकार (US government) के अनुरोध को स्वीकार करने वाली अदालत के आदेश को चुनौती देते हुए पिछले महीने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी। राणा इस समय लॉस एंजिलिस स्थित मेट्रोपोलिटन डिटेंशन (metropolitan detention) सेंटर में हिरासत में है। भारत ने प्रत्यर्पण के लिए राणा की अस्थायी गिरफ्तारी की मांग करते हुए 10 जून 2020 को शिकायत दर्ज कराई थी।